हरियाणा में नहीं बिकेगा तुर्किये का सेब, आढ़तियों ने लिया फैसला..दूसरी सभी सामग्रियों का भी होगा Bycott
punjabkesari.in Friday, May 16, 2025 - 08:50 AM (IST)

डेस्क: हरियाणा के लोग अब तुर्किये के सेब नहीं कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के सेब खाएंगे। ऑपरेशन सिंदूर के समय तुर्किये ने पाकिस्तान की मदद की थी। इससे प्रदेशभर के फल आढ़तियों का जबरदस्त गुस्सा देखने को मिल रहा है। ऑल हरियाणा सब्जी मंडी एसोसिएशन ने तुर्किये के सेब सहित दूसरी सभी सामग्रियों की बिक्री का बॉयकाट करने का बड़ा निर्णय लिया है। कैथल, यमुनानगर, पिंजौर के आढ़तियों ने इस फैसले में सहमति जता दी है।
प्रदेश की मंडियों में सेब का प्रतिदिन का करोड़ों रुपये का कारोवार है। ऑल हरियाणा सब्जी मंडी एसोसिएशन ने तुर्किये सेव की बिक्री बंद करने का यह आह्वान प्रदेशभर के व्यापारियों से किया है। यह भी तय किया गया है कि मंडियों में आढ़ती केवल भारत में ही उत्पादित होने वाले सेब ही बेचेंगे। ऑल हरियाणा सब्जी मंडी एसोसिएशन के प्रदेश सचिव हरीश धमीजा को इस बात से नाराजगी है,
यमुनानगर की मंडियों में तुर्किये के बजाय कश्मीरी सेब की मांग कई गुना बढ़ गई है। जगाधरी फल मंडी के आढ़ती प्रिंस का कहना है कि तुर्किये के सेब की मांग न के बराबर है। प्रतिदिन औसतन 10 पेटी सेब ही आ रहा है? यह पेटी भी ऑर्डर के बाद ही पहुंच रहीं हैं।जब तुर्किये में भूकंप आया था तब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मानवता का परिचय देते हुए मदद की थी, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के समय भारत में ड्रोन तुर्की के गिराए गए। तुर्किये भारत के दुश्मन देश पाकिस्तान की मदद करेगा तो हम उसके सेब क्यों बेचें।
तुर्किये से पानीपत को मिले 100 करोड़ रुपये के ऑर्डर पर संकट के बादल
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की मदद करने पर तुर्किये के साथ व्यापारिक संबंधों में आई खटास के बाद पानीपत के हैंडलूम कारोबारी तनाव में हैं। भारत की ओर से कारोबार पर अंकुश लगाए जाने से इनके करीब 100 करोड़ के निर्यात के ऑर्डर पर संकट मंडराने लगा है। पानीपत के हैंडलूम कारोबार में अमेरिका के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दूसरी बड़ी मंडी तुर्किये है। निर्यात होने वाले सामान में घरेलू सजावट का सामान, चादर, पर्दे, बाथमैट, चदर, पर्दे, बाथमैट समेत कई उत्पाद शामिल हैं। कारोबारियों के अनुसार, इस समय करीब 100 करोड़ के ऑर्डर पानीपत के निर्यातकों के पास हैं।