वरिष्ठ महिला आईएएस अधिकारी ने लिखे दो कविता संग्रह, मुख्यमंत्री मनोहर ने किया लोकार्पण

punjabkesari.in Saturday, Jan 23, 2021 - 06:37 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को हरियाणा निवास में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और प्रसिद्ध कवयित्री धीरा खंडेलवाल द्वारा रचित दो नए कविता संग्रहों ‘मेघ मेखला’तथा ‘रेशमी रस्सियां’ का लोकार्पण किया। महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मनोहर लाल ने कहा कि आज के दिन धीरा खंडेलवाल के कविता संग्रहों का लोकार्पण एक विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस वर्ष से नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। 

धीरा खंडेलवाल के नए कविता संग्रहों पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक भावों को समेटने की कला धीरा खंडेलवाल से सीखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि मर्मस्पर्शी भाषा शैली में लिखी सभी कविताएं रुचिकर और प्रेरणादायक हैं। कल्पना को सीमित शब्दों में कलमबद्ध करना वास्तव में एक सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि धीरा खंडेलवाल न केवल सक्षम और कुशल अधिकारी हैं, बल्कि एक संवेदनशील साहित्यकार भी हैं। वे जिन्दगी के अथाह विशाल भण्डार से विषय चुनने में माहिर हैं और इन विषयों को बड़ी सरल जबान, दिलचस्प बयान तथा स्वाभाविक अंदाज में बड़ी सफलता के साथ अन्तिम चरण तक ले जाती हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा का साहित्य एवं लोक संस्कृति काफी समृद्ध है। आज हरियाणा में कला और साहित्य-सृजन के लिए बड़ा अच्छा माहौल है। हरियाणा सरकार कला, साहित्य व संस्कृति के संरक्षण एवं विकास के लिए हरसंभव कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि विख्यात साहित्यकारों के जीवन और सृजन से युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए उनके नाम पर पुरस्कार स्थापित किए गए हैं। 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के युवा साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने के लिए ‘युवा साहित्य पुरस्कार’ शुरू करने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार साहित्य के क्षेत्र में नई प्रतिभाओं का उत्साह बढ़ाएगा। राज्य में साहित्य के प्रचार के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में हिन्दी एवं हरियाणवी, उर्दू, संस्कृत और पंजाबी साहित्य के विकास के लिए अलग-अलग अकादमियां स्थापित की गई हैं। इन अकादमियों के बजट में भी कई गुणा बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि इन अकादमियों द्वारा हिन्दी, हरियाणवी, पंजाबी, उर्दू, संस्कृत साहित्य में योगदान देने वाले साहित्यकारों को हर वर्ष नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।

इससे पूर्व इस अवसर पर मुख्य सचिव विजय वर्धन ने कहा कि धीरा खंडेलवाल की कविताएँ हमेशा आशा की एक किरण दिखाती हैं और उनके लेखन में हमेशा आशावाद की भावना रहती है। वह हमेशा कुछ शब्दों में अधिक से अधिक अभिव्यक्ति व्यक्त करने की कोशिश करती हैं।

सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरा खण्डेलवाल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को उनके नए कविता संग्रहों का लोकार्पण करने के लिए अपना बहुमूल्य समय देने हेतु धन्यवाद दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री को राज्य में साहित्य को बढ़ावा देने की उनकी प्रतिबद्धता और युवा पीढ़ी को लेखन के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए उनको धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने साहित्य के प्रचार और साहित्यकारों के कल्याण के लिए नई योजनाओं को तैयार करने के लिए राज्य में अकादमियों को हमेशा प्रोत्साहित किया है। इसके अलावा, अकादमियों के बजट में भी काफी वृद्धि की गई है।  उन्होंने कहा कि उनका नया संग्रह ‘मेघ मेखला’ शक्ति का प्रतीक है और ‘रेशमी रस्सियां’ सुखद बंधन का प्रतीक है।


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Shivam

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