UK सरकार का भारतीय योग परंपरा को सम्मान,  कुशल श्रमिक वीज़ा कार्यक्रम में योग शिक्षण को भी किया शामिल

punjabkesari.in Thursday, Mar 21, 2024 - 06:11 PM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी) : भारत अपनी विश्व गुरु की पहचान को फिर से प्राप्त करने के लक्ष्य के बेहद नजदीक है। हिंदुस्तान ने अपनी संस्कृति- प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों और योग के दम पर विश्व में अपना लोहा स्थापित किया। आध्यात्मिक तथा योगिक रूप से भारत का रुतबा और क्षमता पूरी दुनिया के सामने सदा बना रहा। लेकिन आधुनिकीकरण और पश्चिमी सभ्यता ने भारत को इस कदम पर पछाड़ने का काम किया। लेकिन अब फिर से दुनिया के अधिकतर देश भारत के नक्शे कदम पर चलते नजर आ रहे हैं। भारत सरकार के अथक प्रयासों से लगातार भारत फिर से अपनी पुरानी पहचान को वापस प्राप्त करने के लक्ष्य के नजदीक है। इसी कड़ी में 4 अप्रैल, 2024 से प्रभावी, यूनाइटेड किंगडम योग शिक्षण को एक योग्य व्यवसाय के रूप में शामिल करने के लिए अपने कुशल श्रमिक वीज़ा कार्यक्रम का विस्तार करने के लिए तैयार है। यह ऐतिहासिक निर्णय योग प्रशिक्षकों द्वारा समाज में किए गए अमूल्य योगदान की एक महत्वपूर्ण मान्यता को दर्शाता है और विभिन्न क्षेत्रों से कुशल पेशेवरों का स्वागत करने के लिए यूके की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से यूएनओ ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग डे भी किया है घोषित 

इस बारे यूके में लॉयर सुखविंदर नारा ने बताया कि ब्रिटानिया सरकार ने योगा टीचर्स को इसके लिए एलिजिबल किया है। इस नियम के अंतर्गत यूके में कार्यरत कंपनी अगर स्पॉन्सर करती है तो उसके बाद योगा टीचर्स को स्किल वर्कर्स वीजा पर यूके में 5 साल रहने की परमिशन होगी। उनके साथ उनकी फैमिली भी वहां जा पाएगी। 5 साल के बाद उन्हें वहां की पीआर मिल जाएगी। नए नियम 4 अप्रैल से लागू होंगे। यह योगा टीचर्स के लिए एक बड़ी खबर है। इन नियमों के अनुसार योगा टीचर्स के बच्चों को वहां फ्री स्कूलिंग भी मिलेगी। योगा टीचर्स पर डिपेंड सदस्यों (पत्नी व बच्चों) को भी बिना स्पॉन्सरशिप के फुल टाइम वर्क की भी परमिशन रहेगी। बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों से यूएनओ (संयुक्त राष्ट्र महासभा) 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग डे भी घोषित चल चुकी है, इससे भी भारतीय संस्कृति का सम्मान विश्व में काफी बढ़ा था।


योग भारत में जड़ें रखने वाली एक प्राचीन पद्धति है, जिसने हाल के दशकों में दुनियाभर में लोकप्रियता में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है। स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति इसका समग्र दृष्टिकोण विभिन्न संस्कृतियों के लोगों को पसंद आया है, जिससे योग्य योग प्रशिक्षकों की मांग बढ़ रही है। अपने कुशल श्रमिक वीज़ा कार्यक्रम में योग शिक्षण को शामिल करने के साथ, यूके सरकार योग को प्रभावी ढंग से सिखाने के लिए आवश्यक विशेष कौशल और विशेषज्ञता को स्वीकार करती है। यह विस्तार न केवल अंतरराष्ट्रीय योग प्रशिक्षकों के लिए नए रास्ते खोलता है बल्कि यूके के कल्याण उद्योग और सांस्कृतिक परिदृश्य को भी समृद्ध करता है।

यूके स्थित योग स्टूडियो और कल्याण केंद्रों के लिए, यह विकास व्यापक प्रतिभा पूल से भर्ती करने का अवसर प्रस्तुत करता है। दुनियाभर के अनुभवी प्रशिक्षकों तक पहुंचने से उन्हें अपनी कक्षाओं में विविध दृष्टिकोण और तकनीक लाने में मदद मिलती है। अंतर्राष्ट्रीय योग प्रशिक्षकों के पास अब यूके में अपना करियर बनाने का एक स्पष्ट मार्ग है। कुशल श्रमिक वीज़ा प्राप्त करके, वे योग के प्रति अपने ज्ञान और जुनून को देश भर के समुदायों के साथ साझा कर सकते हैं, स्वास्थ्य और जागरूकता को बढ़ावा देने में योगदान दे सकेंगे।


कुशल श्रमिक वीज़ा के लिए योग्य व्यवसायों की सूची में योग शिक्षण को जोड़ने का निर्णय यूके सरकार की शारीरिक और मानसिक कल्याण पर योग के सकारात्मक प्रभाव की मान्यता को रेखांकित करता है। यह स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य देखभाल के लिए वैकल्पिक दृष्टिकोण की बढ़ती मांग को संबोधित करने के प्रयासों के अनुरूप है। कुशल श्रमिक वीज़ा के लिए योग्य व्यवसायों की सूची में योग शिक्षण को जोड़ने का निर्णय यूके सरकार की शारीरिक और मानसिक कल्याण पर योग के सकारात्मक प्रभाव की मान्यता को रेखांकित करता है। यह स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य देखभाल के लिए वैकल्पिक दृष्टिकोण की बढ़ती मांग को संबोधित करने के प्रयासों के अनुरूप है।

4 अप्रैल, 2024 से प्रभावी, यूके के कुशल श्रमिक वीज़ा कार्यक्रम में योग शिक्षण को शामिल करना वैश्विक योग समुदाय और समग्र रूप से कल्याण उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। दुनिया भर से योग प्रशिक्षकों को शामिल करके, यूके न केवल अपने सांस्कृतिक ताने-बाने को समृद्ध करता है, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में कुशल पेशेवरों का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि करता है। चूँकि योग सीमाओं को पार कर लाखों लोगों को प्रेरित कर रहा है, यह निर्णय समग्र स्वास्थ्य और आंतरिक शांति की खोज में अधिक सहयोग और आदान-प्रदान का मार्ग प्रशस्त करता है।

 


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Content Writer

Isha

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