बेहद गंभीर स्थिति में भी विज करते रहे अपने सभी विभागों की मॉनिटरिंग, 800-900 फाइलें भी की क्लियर
punjabkesari.in Tuesday, Aug 31, 2021 - 09:25 PM (IST)
चंडीगढ़ (धरणी): फाइलें चलती हैं तो सरकार चलती है। मेरी बीमारी की वजह से एक भी काम नहीं रुकना चाहिए। काम करना मेरा जुनून-मेरा पैशन है और काम करने से ही मुझे आराम मिलता है। यह शब्द प्रदेश के गृह, स्वास्थ्य एवं शहरी निकाय मंत्री ने उस वक्त बोले जब वह 10 दिन के बाद जिंदगी की जंग जीतकर पीजीआई से सीधा हरियाणा सचिवालय में मौजूद अपने कार्यालय पहुंचे।
बता दें कि यह प्रदेश के वह मंत्री हैं जो किसी भी स्थिति में अपने विभाग की कोई फाइल नहीं रुकने देते। अस्पताल में 10 दिन तक गंभीर स्थिति में रहते हुए भी अपने विभिन्न विभागों की 800-900 फाइलें ही क्लियर नहीं की बल्कि इसके साथ-साथ केंद्रीय हेल्थ एडवाइजर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत भी की। इसके साथ ही उन्होंने पीजीआई में मौजूद नेहरु नेहरू ब्लॉक जो 1950 में बना था और हालात आज बेहद खस्ता है, उसे तुरंत गिराने तथा नए मापदंडों से बनाने बारे उन्होंने उपचाराधीन रहते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को एक पत्र भी लिखा। यह उनकी काम के प्रति लगन को दर्शाने के लिए काफी है।
बीमारी से छुट्टी मिलने के तुरंत बाद वह सीधा हरियाणा सचिवालय में मौजूद अपने कार्यालय में पहुंचे। उन्होंने बताया कि वह अपने कार्यालय इसलिए पहुंचे हैं, ताकि कोई काम अगर बकाया होगा तो वह भी करके जाएं। क्योंकि उनकी बीमारी की वजह से प्रदेश का कोई काम नहीं रुकना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने कहा पीजीआई के चिकित्सकों और स्टाफ ने बड़ी मेहनत से उनका इलाज किया। ऑक्सीजन लेवल बड़ी तेजी से नीचे आ रहा था। लेकिन उनकी मेहनत और लोगों की दुआओं के कारण ही आज दोबारा कार्यालय लौट पाया हूं। अब स्थिति सामान्य है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अस्पताल में भी अपना काम लगातार जारी रखा। विज ने कहा कि मैं काम करने में विश्वास रखता हूं और जब चिकित्सकों ने सरवाइवल के चांसेस 10 फ़ीसदी से भी कम बताए थे तब भी मैं काम कर रहा था।
इस मौके पर अनिल विज ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट डायल 112 की भी तारीफ करते हुए कहा कि यह एक बहुत बड़ी और बेहतरीन सर्विस हरियाणा प्रदेश को मिली है। इसके बाद हर आदमी को लगता है कि पुलिस उनके अंग-संग हैं और बहुत सी कामयाब उपलब्धियां डायल 112 ने हासिल की हैं। इसने बहुत से लोगों को बचाया है। कार लूटने से बचाई है। विज ने बताया कि गाड़ी पहुंचने का आज एवरेज टाइम 17 मिनट आ रहा है और हम इसे लगातार और बेहतर करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। लोगों को सुरक्षा देना हमारा काम है और उन्हीं लोगों की दुआओं और दवाओं के कारण आज दोबारा से खड़ा हो पाया हूं।
उन्होंने पीजीआई के चिकित्सकों और स्टाफ की भी तारीफ करते हुए कहा कि बेहतर से बेहतर ट्रीटमेंट उनके द्वारा दिया गया है। पीजीआई के 1950 में बने नेहरू ब्लॉक को तोड़कर नए सिरे से नए मापदंडों से बनाने के लिए उन्होंने उपचाराधीन रहने के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखने की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नेहरू ब्लॉक की हालत ऐसी है, जैसे वह इंसानों के लिए बनाया ही ना गया हो।
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