सरकारी मदरसों के बंद करने के फैसले का विज ने किया स्वागत, बोले- सरकार के लिए सभी धर्म एक समान
punjabkesari.in Thursday, Oct 15, 2020 - 04:08 PM (IST)
अंबाला(अमन): असम सरकार ने राज्य में चल रहे सरकारी मदरसों को बन्द करने का ऐलान किया तो सरकार के इस फैसले का अब देशभर में स्वागत होना शुरू हो गया है। असम में बन्द हुए मदरसों को लेकर अब हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने भी असम सरकार के फैसले का स्वागत किया है। विज ने कि हमारा सरकार के लिए सभी धर्म एक समान हैं। किसी एक धर्म के प्रोत्साहन के लिए सरकार पैसा नहीं लगा सकती।
हरियाणा में अब विधायकों की गाड़ियों पर विधायक लिखी झंडी लगी नजर आएगी । इसके लिए हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों से बैठक के बाद विधायकों की परेशानी को समझते हुए ये झण्डियां लगाने का निर्णय लिया है। इस पर विज ने कहा कि यह विधानसभा अध्यक्ष का सभी विधायकों के साथ बैठक के बाद लिया गया फैसला है और विधायक अगर विधायक लिखता है तो ये गलत नहीं है।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने भी फारुख अब्दुल्ला पर तीखा हमला बोला है। विज ने कहा कि ये देशद्रोह की बात फारुख अब्दुल्ला के मुँह से बार बार निकलती है और उनके साथ जो करना चाहिए उसकी उन्हें पूरी उम्मीद है कि सरकार करेगी। विज ने कड़े शब्दों में कहा कि देश में देश विरोधी आवाज उठने नहीं दी जाएगी , चाईना हमारा दुश्मन है और इससे बड़ी देशद्रोह की बात कोई हो नहीं सकती।
राहुल गाँधी पर कसा तंज
कांग्रेस के युवराज राहुल गाँधी ने आज एक ट्वीट कर बड़ा सवाल खड़ा किया है कि क्या कोई यह बता सकता है कि पाकिस्तान , ईराक , कोरिया , वियतनाम , सीरिया , अफगानिस्तान में क्या समानता है। राहुल गाँधी के इस ट्वीट पर भी हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने प्रतिक्रिया दी। विज ने कहा कि ये सभी देश मुस्लिम देश हैं और राहुल गाँधी का इन देशों के साथ प्रेम है और पकिस्तान के साथ तो राहुल गाँधी अपना प्रेम दिखाते भी रहते हैं। विज ने कहा कि इन देशों में पाकिस्तान को छोड़कर बाकि सभी देशों के भारत के साथ अच्छे संबंध है। बाकि राहुल गाँधी क्या कहना चाहते हैं ये वो ही जानते हैं। सामना में महाराष्ट्र के राज्यपाल को लेकर छपे लेख पर भी हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने प्रतिक्रिया दी। विज ने कहा कि मैं राज्यपाल के बयानों को मैं हमेशा ध्यान से देखता हूँ और उन्होंने कभी ऐसी बात नहीं कही जो उनकी गरिमा को गिराती हो , ये बात दूसरी है कि समझने वालों को उनकी बात कई बार देर से समझ आती है।