कोरोना से जूझ रहे विज का पूरा फोकस बढ़ते कोरोना मामलों पर, फोन पर दे रहे हैं अधिकारियों को दिशा-निर्देश

punjabkesari.in Friday, Jun 24, 2022 - 02:15 PM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): हरियाणा के गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज तीसरी बार अस्वस्थता की   स्थिति में बुधवार 22 जून से अम्बाला अपने निवास पर हैं।वह अब फिर कोविड पॉजिटिव आएं है। अनिल विज भी लगातार अपने खुले दरबार लगाने तथा प्रतिदिन उनके आवास व हरियाणा सचिवालय आठवीं मंजिल पर स्थित उनके कार्यालय में आने वाले लोगों से लगातार  पब्लिक डीलिंग में लगे रहे हैं। उनके खुले दरबारों में प्रतिदिन 6000 से अधिक लोग शनिवार तथा रविवार को उनके समक्ष पेश होकर अपनी समस्याएं रखते रहे। अनिल विज ने उनकी समस्याओं को सुना भी और यथासंभव समाधान भी करने का प्रयास किया।

हरियाणा के गृह,स्वास्थ्य निकाय मंत्री अनिल विज के लिए कोविड काल व्यक्तिगत रूप से किन्ही भारी चुनोतियाँ से कम नही रहॉ।वह 9 जून 2020 को अम्बाला अपने घर बॉथरूम में स्लिप हो गए।व उन्हें ग़मबीर चोटें आई थी।आई सी यू में थाई की सर्जरी के बाद डॉक्टरों की सुपरविजन में उपचाराधीन अनिल विज की 10 जून 2020 को सर्जरी हुई थी। अनिल विज की सर्जरी के बाद उन्हें आई सी यू में रखा गया था क्योंकि वह डायबिटीज व बी पी के पेशेंट है।इनकी छुट्टी 25 जून को हुई थी।तब 35 दिनों के बाद विज ने हरियाणा सचिवालय पहुंच मोर्चा संभाला लिया था।इस दौरान हस्पताल व घर से मोबाइल, लेपटॉप, या वी सी से जहां वह काम संभालते रहे वहीं अपने निजी स्टाफ के माध्यम से फाइल्स मंगवा निकालते भी रहे।

20 नवंबर 2020 को अनिल विज ने कोरोना की वैक्सीन 'कोवाक्सीन' की पहली डोज ली थी. 5 दिसंबर 2020 को उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि वे वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना पॉजिटिव हो गए. आक्सीजन सिलेंडर की स्पोर्ट से इन्होंने लगभग 2 माह बाद हरियाणा सचिवालय आना शुरू कर दिया था।इस दौरान हस्पताल व घर से मोबाइल, लेपटॉप, या वी सी से जहां वह काम संभालते रहे वहीं अपने निजी स्टाफ के माध्यम से फाइल्स मंगवा निकालते भी रहे।कोविड की मॉनिटरिंग ,जरूरी मीटिंग्स, दिशा निर्दश उस दौरान वीडियो कान्फ्रेंसिंग से चलते रहे।

23 अगस्त 2021 को हरियाणा के गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को पी जी आई दाखिल करवाया गया था ।रोहतक से 13 अगस्त 2021  को हेलीकॉप्टर के माध्यम से चंडीगढ़ आना उन पर भारी रहा था। 54 मिनट धरती से 5000 फीट ऊपर हेलीकॉप्टर में बिना ऑक्सीजन के रहना उनके ऑक्सीजन लेवल कम होने का तब कारण माना गया था।उसके बाद पी जी आई, मेदांता व 2 बार एम्स के डॉक्टर्स की ओपिनियन व टेस्ट करवाने के बाद तबियत पूरी तरह ठीक हुई थी।

गृह,स्वास्थ्य  मंत्री अनिल विज भले ही हस्पताल में खुद तीन बार एडमिट हुए,उनका जीवन खुद कष्ट व परेशानियों के दौर में रहॉ ।मगर विज हस्पताल बेड पर होते हुए भी अपने विभागों की चुनोतियों को बखूबी निपटाते रहे।कोविड-19 कि चुनोतियों व जरूरतों को किस प्रकार मॉनिटर करना व निपटना है के प्रयास जारी रखे।अनिल विज खुद मानतें है कि कोविड हो जाने पर जिस प्रकार वह भयंकर चपेट में आए, उनके फेफड़े उससे बुरी तरह प्रभावित हुए।लोगों की दुआओं व ऊपर वाले के आशीर्वाद ने उन्हें जनता की सेवा करने के लिए सुरक्षित रख एक मौका दिया। तब अनिल विज ऑक्सीजन के सहारे हरियाणा सचिवालय आने लगे थे।अम्बाला में टी पॉइंट जो उनका 35 साल से पुराना ठिकाना है,वहां भी आवागमन शुरू कर अपने साथियों व जनता में जोश भरने का काम किया था।टेस्टिंग से ले कोविड वेक्सियन के डिस्ट्रीब्यूशन पर अनिल विज ने सीधी नजर रही थी।स्वास्थ्य विभाग के ए सी एस राजीव अरोड़ा की भूमिका भी कंधे के साथ कंधा मिला कर चलने की रही।

हरियाणा को ‘बैस्ट स्टेट इन हेल्थ’ का स्कॉच अवार्ड भी मिला। इसके साथ ही बतौर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को देश के सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य मंत्री का खिताब मिला । यह अवार्ड प्रदेश तथा जिला स्तर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक उत्कृष्ट शुरूआत करने के लिए दिया गया  हरियाणा ने देश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन किया है। इनमें कर्नाटक दूसरे स्थान पर रहा है।स्कॉच के अनुसार विज के नेतृत्व में हरियाणा के सभी क्षेत्रों में राज्य की मशीनरी ने एकजुट हो कर काम किया जिसके परिणामस्वरूप इस महामारी के दौर में भी हरियाणा सरकार ने प्रदेश के लोगों को उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं।


 केंद्र में भी बढ़ रहा अनिल विज का राजनीतिक कद
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज पिछले 8-9 महीनों से प्रो एक्टिव राजनीतिक बैटिंग कर रहे हैं। जिससे उनके राजनीतिक कद केवल हरियाणा की ही नहीं केंद्र की राजनीति में भी बढ़ रहा है। विज के अब बयान पूर्णतया पार्टी लाइन पर आते हैं। सरकार व पार्टी में पहले की तरह विरोधाभास की राजनीति से दूर विज ने एकाएक जो नए अंदाज की राजनीति की है, उससे उनको जानने वाले भी हैरान हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिल कर अम्बाला के डोमेस्टिक एयरपोर्ट को स्वीकृत्ति दिलवाना विज की उपलब्धियों में शामिल है।

 

विज ने जिस प्रकार पिछले समय में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ बेहतरीन तालमेल रखा है, उससे उन राजनीतिक लोगों की बोलती बंद हुई है, जो यह समझते थे विज व सीएम में 36 का आंकड़ा है। कोरना से ग्रस्त विज गुरुग्राम के मेदांता में एडमिट है, मुख्यमंत्री वहां भी उनका कुशलक्षेम जानने गए।अब भी सी एम ने ट्वीट कर विजय के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कसमना की है। विज जब बाथरूम में स्लिप हुए तो भी अस्पताल व उनके निवास मुख्यमंत्री मनोहरलाल हाल चाल पूछने पहुंचे थे। कॅरोना पॉजिटिव हुए तो सी एम उनका हाल चाल पूछने आई सी यू में भी गए।

अनिल विज का राजनीति में अपना स्टाइल रहा है। दबंग, धाकड़ व ईमानदार छवि होने के कारण कोरोना काल में भी उन्होंने हरियाणा सचिवालय ने बने मंत्री कक्ष में सर्वाधिक उपस्थिति दर्ज करवाई। कोरोना की लड़ाई में सबसे अग्रिम पंक्ति में सक्रिय स्वास्थ्य, निकाय, गृह, मेडिकल, एजुकेशन विभाग के अधिकारियों से लगातार मीटिंगों का दौर जारी रखा और दिशा निर्देश दिए। जनता के प्रति जवाबदेह इन विभागों के समक्ष कोरोना काल शुरू होते ही लॉकडाउन में जबरदस्त चुनौतियां थी। कोरोना की एक भी टेस्टिंग लेब हरियाणा में नहीं थी, लेकिन आज टेस्टिंग में कोई कमी नहीं आई है।

 

 

 

 


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Content Writer

Isha

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