सरपंच को हिरासत में लेेने पर भड़के ग्रामीण (VIDEO)

punjabkesari.in Friday, Dec 29, 2017 - 08:13 PM (IST)

चरखी दादरी: दुष्कर्म पीड़िता पर समझौते के लिए दबाव बनाने के आरोप में पुलिस ने गांव हड़ोदी के सरपंच को हिरासत में लिए जाने पर वीरवार सायं ग्रामीणों ने थाने में जमकर हंगामा किया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से आरोपित सरपंच को छोडऩे की मांग की। एस.पी. के मना करने के बाद सरपंचों ने लघु सचिवालय के बाहर धरना दिया। बाद में पुलिस ने आरोपित सरपंच को पूछताछ कर छोड़ दिया। पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी जिसके बाद आगामी कार्रवाई होगी।

गौरतलब है कि शहर के घिकाड़ा रोड स्थित कालोनी में किराए के मकान में रहने वाली दुष्कर्म पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष गांव हड़ोदी के सरपंच पर समझौते के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। शिकायत पर पुलिस ने इस सम्बंध में मामला दर्ज किया था। पुलिस अधीक्षक को पीड़िता ने बताया कि वह घिकाड़ा रोड पर किराए के मकान में अपनी एक वर्षीय बेटे के साथ रहती थी। महिला का आरोप है कि कुछ दिन पूर्व देर रात मकान मालिक ने उसके कमरे का दरवाजा खटखटाया। जब महिला ने इसका कारण पूछा तो उन्होंने कमरे से जरूरी सामान लेने की बात कही जिसके बाद उसने दरवाजा खोल दिया। इसी बीच मकान मालिक के साथ एक युवक भी था।

पीड़िता ने बताया कि वे दोनों उसके कमरे में घुस गए। इसके बाद उक्त दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। इस सम्बंध में पीड़िता ने महिला थाना में शिकायत दी जिसके बाद आरोपित पक्ष से कुछ लोग लगातार उस पर समझौता करने के दबाव बना रहे हैं। पीड़िता ने बताया कि आरोपित के परिजन व हड़ोदी का सरपंच उसको अब रुपए देकर समझौते का दबाव बना रहे हैं। पुलिस ने इस सम्बंध में मामला दर्ज किया था। पुलिस ने वीरवार को इस मामले के आरोपित सरपंच को हिरासत में लिया था। सरपंच की गिरफ्तारी की सूचना के बाद बाढड़ा उपमंडल के दर्जनों सरपंच व ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंच गए। पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग ने बताया कि सरपंच मामले में आरोपित है जिससे पूछताछ की जाएगी। इस बात से गुस्साए सरंपचों ने धरना देकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।

राजकुमार हडौदी, सरपंच एसोसिएशन प्रधान सूबे सिंह, बी.डी.सी. सदस्य विजय कुमार, जयप्रकाश, सोमबीर सांगवान, मंजीत, राजेंद्र सिंह, गुलजारी लाल, भल्लेराम चेयरमैन आदि ने कहा कि पंचायत जनप्रतिनिधियों का काम दोनों पक्षों की सहमति से किसी भी मामले को सुलझाने का है। मगर पुलिस झूठी शिकायत पर मामला दर्ज कर सरपंच को फंसाना चाहती है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ग्रामीणों के गुस्से के बाद पुलिस ने आश्वासन दिया कि पूछताछ के बाद सरपंच को छोड़ दिया जाएगा। इसके बाद सरपंचों को गुस्सा शांत हुआ। बाद में पुलिस ने पूछताछ कर आरोपित सरपंच को छोड़ दिया।


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