पश्चिमी यमुना नहर का टूटा किनारा, बर्बाद हुई सैकड़ों एकड़ फसल, इन्द्री के बाद रादौर की बारी (VIDEO)

punjabkesari.in Monday, Sep 03, 2018 - 06:34 PM (IST)

इन्द्री/रादौर(मेनपाल/कुलदीप): करनाल के इन्द्री क्षेत्र के गांव शेखपुरा के पास नहर टूटने से गांव के किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल तबाह हो गई है। वहीं नहर टूटने से गांव हिनौरी मेंं कुछ घरों में पानी घुस जाने से लोगों को भारी नुकसान हुआ है। नहर का टूटा किनारा भरने का काम तेजी से चल रहा है जिला भर का प्रशासनिक अमला राहत का काम तेज करने के लिए मौके पर मौजूद हैं। वहीं खबर मिली है कि रादौर के गांव सांगीपुर के पास पश्चिमी यमुनानहर की पटरी एक बार फिर टूटने के कगार पर पहुंच गई है।

इन्द्री में नहर टूटने से किसानों का अन्य लोगों को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए राजनीतिक दलों के लोग भी मौके पर पहुंच रहे हैं। लोगों की समस्याओं को सुनने के बाद पीड़ित किसानों व आम लोगों को मुआवजा देने की मांग की जा रही है। नहर टूटने को लेकर भी आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। वहीं इसके पीछे अधिकारियों की गलत नीति को जिम्मेदार बताया हालांकि अधिकारी लोगों के आरोपों को नकार रहे हैं।

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गांव शेखपुरा के पास पश्चिमी यमुना नहर के किनारे में आई दरार देखते ही देखते करीब 200 फीट तक हो गई और नहर का पानी लोगों को खेतों से होता हुआ शेखपुरा व हिनौरी गांव के रिहायशी इलाकों में घुस गया नहर के किनारा टूटने से पेड़ व मिट्टी भी पानी के साथ बह कर लोगों के खेतों में पहुंच गए।

फिलहाल, नहर के टूटे किनारे को भरने का काम काम चल रहा है। बड़ी संख्या में मजदूर जेसीबी मशीन और डंपर आदि को इस कार्य में लगाया हुआ था। वहीं यमुना नहर के पानी को ताजेवाला हेड से बंद करा दिया गया। लेकिन इसके बावजूद भी नदी में कुछ मात्रा में पानी अभी चल रहा है जो टूटे नहर के किनारे के रास्ते से लोगों के खेतों में जा रहा है।

रादौर में पश्चिमी यमुनानहर की पटरी भी टूटने के कगार पर
रादौर के गांव सांगीपुर के पास पश्चिमी यमुनानहर की पटरी एक बार फिर टूटने के कगार पर पंहुच गई है। करनाल के गांव शेखपुरा के पास नहर की पटरी टूटने के बाद जैसे ही पश्चमी यमुनानहर का पानी कम करवाया गया तो उसके बाद आज रादौर के गांव सांगीपुर के पास विभाग द्वारा नहर की पटरी की रोकथाम के लिए लगाए गए अस्थाई कार्य ढह गए, जिससे नहर के पास रहने वाले ग्रामीण सहम गए और उन्होंने तुरंत इसकी सूचना सिंचाई विभाग को दी।

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सूचना पाकर मौके पर पंहुचे विभागीय अधिकारी पटरी के रोकथाम की बात कह रहे हैं। जबकि ग्रामीणों का आरोप था की अगर विभाग इस पटरी पर पहले ही पक्के प्रबंध करवाता तो इस प्रकार के हालात न बनते।


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Shivam

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