कौन हैं राव नरेंद्र सिंह, जो बन सकते हैं हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष

punjabkesari.in Wednesday, Sep 24, 2025 - 11:18 AM (IST)

डेस्कः हरियाणा कांग्रेस में आगामी प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता के चयन को लेकर हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे दक्षिण हरियाणा के बड़े नेता व पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह है, जिन्हें दिल्ली बुलाया गया है और बिहार में होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में आमंत्रित किया गया है। गौरतलब है कि वे CWC के सदस्य नहीं हैं, फिर भी बैठक में बुलाया जाना इस बात का संकेत है कि पार्टी उनके नाम पर गंभीरता से विचार कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी इस बैठक में भाग लेंगे, जबकि वे भी CWC के सदस्य नहीं हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि बैठक में विपक्ष के नेता के तौर पर उनके नाम पर भी फैसला हो सकता है।

10 महीने से दोनों पद खाली

हरियाणा में विधानसभा चुनाव हुए लगभग 10 महीने बीत चुके हैं, लेकिन कांग्रेस अभी तक नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष के पदों पर नई नियुक्ति नहीं कर पाई है। चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद से ही संगठन में बदलाव की मांग उठ रही थी। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी बी.के. हरिप्रसाद ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम CLP नेता के रूप में प्रस्तावित किया है। ऐसे में अब संभावना है कि पार्टी जल्द ही दोनों पदों पर मुहर लगा सकती है।

बैठक में कई बड़े नेता होंगे शामिल

कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला जैसे वरिष्ठ नेता भी CWC के सदस्य होने के नाते इस बैठक में हिस्सा लेंगे। माना जा रहा है कि यह बैठक हरियाणा कांग्रेस के भविष्य की दिशा तय करने में अहम साबित होगी।

राव नरेंद्र की क्यों बढ़ी दावेदारी

राव नरेंद्र सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा इसलिए भी है क्योंकि कांग्रेस दक्षिण हरियाणा में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है, खासकर OBC वोट बैंक, विशेष रूप से अहीर समुदाय को साधने की रणनीति के तहत। दक्षिण हरियाणा (रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़, गुरुग्राम) की 11 विधानसभा सीटों में 2024 के चुनाव में कांग्रेस सिर्फ एक सीट जीत पाई थी, जबकि भाजपा ने 10 सीटों पर कब्जा जमाया। 2014 में भाजपा ने यहां सभी 11 सीटें जीती थीं। इस क्षेत्र में मजबूत OBC नेतृत्व देने से पार्टी को आगामी चुनावों में फायदा मिल सकता है। इसके अलावा, राव नरेंद्र सिंह किसी गुट विशेष से नहीं जुड़े हैं, जिससे गुटबाजी की आशंका भी कम हो जाती है। इससे यह भी संकेत जाता है कि कांग्रेस अब नेतृत्व चयन में गुटबाजी से ऊपर उठ रही है।

राव नरेंद्र सिंह का राजनीतिक सफर

तीन बार विधायक रह चुके हैं:-

  • 1996 और 2000 में अटेली से
  • 2009 में नारनौल से
  • 2009–2014 में स्वास्थ्य मंत्री रहे।

शुरुआत में हरियाणा जनहित कांग्रेस से चुने गए, बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए। उनके पिता स्व. राव बंसी सिंह भी तीन बार विधायक और एक बार पंचायत मंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में राव नरेंद्र सिंह, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव भी रह चुके हैं।

SC कोटे से लगातार 4 बार प्रदेशाध्यक्ष

पिछले चार प्रदेशाध्यक्ष अनुसूचित जाति (SC) वर्ग से रहे हैं:

  • फूलचंद मौलाना
  • अशोक तंवर
  • कुमारी सैलजा
  • चौधरी उदयभान (वर्तमान अध्यक्ष)

चौधरी उदयभान न केवल चुनाव हार गए थे, बल्कि उनकी अध्यक्षता में पार्टी का प्रदर्शन भी कमजोर रहा। इसी के बाद से ही उन्हें हटाए जाने की अटकलें चल रही थीं।


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Content Editor

Deepak Kumar

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