World Para Athletics Championships: रिंकू हुड्डा बने वर्ल्ड चैंपियन, 66.37 मी. दूर भाला फेंक जीता स्वर्ण पदक
punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 03:34 PM (IST)

डेस्कः विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के तीसरे दिन यानी सोमवार को भारत के रिंकू हुड्डा ने पुरुषों की भाला फेंक एफ-46 स्पर्धा में इतिहास रच विश्व खिताब अपने नाम किया। रिंकू ने 66.37 मीटर दूर भाला फेंककर न केवल गोल्ड मेडल जीता, बल्कि विश्व रिकॉर्डधारी हमवतन सुंदर सिंह गुर्जर को भी पीछे छोड़ दिया। गुर्जर को इस स्पर्धा में रजत पदक से संतोष करना पड़ा, जिन्होंने 64.76 मीटर की दूरी तय की।
इस स्पर्धा में एक अन्य भारतीय एथलीट अजीत सिंह ने भी शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन वे 61.77 मीटर के थ्रो के साथ चौथे स्थान पर रहे। वहीं, क्यूबा के गिलर्मो वरोना गोंजालेज ने 63.34 मीटर भाला फेंककर कांस्य पदक अपने नाम किया। रिंकू हुड्डा की यह उपलब्धि केवल खेल जगत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।
3 साल में कट गया था हाथ
हरियाणा के रोहतक के पास स्थित एक गांव से ताल्लुक रखने वाले रिंकू ने बचपन में एक गंभीर हादसे का सामना किया था। जब वे महज तीन साल के थे, तब उनका हाथ एक पंखे के ब्लेड में आकर बुरी तरह घायल हो गया था। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और आज उन्होंने दुनिया के मंच पर तिरंगा लहराकर यह साबित कर दिया कि संकल्प और संघर्ष से कुछ भी संभव है।
हरियाणा के सपूत ने एक बार फिर खेल के मैदान पर तिरंगे की शान बुलंद की है। पैरा विश्व चैम्पियनशिप में हरियाणे के धाकड़ खिलाड़ी रिंकू हुड्डा ने 66.37 मीटर भाला फेंकते हुए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। यह उपलब्धि न केवल हरियाणा बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण है।
— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) September 30, 2025
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सीएम सैनी ने दी बधाई
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रिंकू को बधाई देते हुए एक्स पर लिखा कि हरियाणा के सपूत ने एक बार फिर खेल के मैदान पर तिरंगे की शान बुलंद की है। पैरा विश्व चैम्पियनशिप में हरियाणे के धाकड़ खिलाड़ी रिंकू हुड्डा ने 66.37 मीटर भाला फेंकते हुए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। यह उपलब्धि न केवल हरियाणा बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण है।
आगे सीएम ने लिखा कि हरियाणा की धरती सदैव खेल प्रतिभाओं की जननी रही है। यहाँ के खिलाड़ी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। कठिन परिस्थितियों के बावजूद हार न मानते हुए इन्होंने दुनिया के सामने अपनी प्रतिभा और जज़्बे का लोहा मनवाया है। मैं इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई देता हूँ और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।