‘जब नेताओं को हमारी सुध नहीं तो फिर हम क्यों दें उनको वोट’

punjabkesari.in Saturday, Apr 20, 2019 - 11:50 AM (IST)

हिसार(ब्यूरो) : चुनाव नजदीक आते ही नेताओं को शहर एवं लोगों की समस्याएं नजर आने लगती हैं और वह हर जगह इसे दूर करने का वायदा भी करते हैं। चुनाव जीतने उपरांत नेताजी को न तो अपना वायदा याद रहता है और न ही लोगों व शहर की समस्या नजर आती है। ऐसा ही एक मुद्दा शहर में सार्वजनिक जगह घूमते आवारा मवेशियों का है।लोकसभा, विधानसभा चुनाव से लेकर नगर निगम चुनावी मैदान में उतरे सभी प्रत्याशियों ने शहर की इस समस्या को हाथों हाथ लिया और जमकर वायदे किए।  लोकसभा का पूरा कार्यकाल बीत गया और विधानसभा कार्यकाल के साढ़े 4 साल हो गए वहीं नगर निगम के करीब 3 माह। बावजूद यह समस्या आज भी मुंह बाएं खड़ी है। 

दुष्यंत सिंह ने अधिकारियों को लिया था आड़े हाथों
करीब अढ़ाई महीने पहले जिला प्रशासन की बैठक में तत्कालीन सांसद दुष्यंत सिंह ने अधिकारियों को आड़े हाथों लेकर कहा कि मीटिंग में आते समय हाइवे पर उनकी गाड़ी के सामने अचानक मवेशी आ गए, संतुलन बिगड़ा और गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बची। इसके बाद भी नगर निगम से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों के कानों में जूं नहीं रेंगी।


मेयर-पार्षद मांगे माफी वरना करेंगे विरोध प्रदर्शन
सैक्टर 16-17 आर.डब्ल्यू.ए. प्रधान जितेंद्र श्योरण का कहना है कि अधिकारी हमारी इस समस्या सुने इसके  लिए उनके कान साफ करने के लिए इयर बर्ड एवं तेल लेकर निगम ऑफिस गए थे। बावजूद समस्या नहीं दूर हो रही। इस समस्या के हल के लिए सबसे पहले मेयर व पार्षदों को काम करना चाहिए। चुनाव जीतने के बाद यह भी दूसरे ही कामों में बिजी हो गए। अब चुनाव में जब यह अपनी पार्टी प्रत्याशी के लिए वोट मांगने आएंगे तब इनसे सवाल-जवाब करेंगे। साथ ही मेयर एवं पार्षदों को लोगों से माफी मांगना चाहिए कि वह उनकी समस्या का निदान नहीं कर पाए। 


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kamal

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