जिला में 90 कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापित करने के लिए दिए गए अनुदान प्रमाण पत्र

punjabkesari.in Saturday, Aug 04, 2018 - 09:45 AM (IST)

जींद(ब्यूरो): जिला के कृषि उपनिदेशक डा. सुरेंद्र मलिक ने कहा कि जींद जिला के धान उत्पादक क्षेत्र में 90 कस्टम हायरिंग सैंटर स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से 88 कस्टम हायरिंग सैंटर को परमिट जारी कर दिए गए है। प्रथम फेज में 67 जबकि द्वितीय चरण में 23 कस्टम हायरिंग सैंटर का चयन किया गया। कृषि उपनिदेशक ने यह जानकारी हरियाणा कृषि विभाग के प्रधान सचिव अभिलक्ष लिखी के साथ चंडीगढ़ से हुई वीडियो कांफ्रैंसिंग में दी। 

कृषि विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि कस्टम हायरिंग सैंटर स्थापित करने के लिए उपकरणों पर 80 प्रतिशत तथा व्यक्तिगत किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान पर कृषि उपकरण उपलब्ध करवाए जाते हैं। इन उपकरणों का प्रयोग धान की पराली को जलाने की बजाय इसका बहुउद्देश्यीय प्रयोग करना है। उन्होंने कहा कि धान की पराली के जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है, इसलिए इस महत्वाकांक्षी योजना को लागू किया गया है। इस पर प्रेरक अनुदान दिया जाता है। उन्होंने कृषि अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह इस योजना के अधिकाधिक प्रचार-प्रसार के लिए कोई कोर-कसर नहीं रखे। 

गांवों में जागरूकता रैलियां और जागरूकता शिविर आयोजित कर लोगों को कस्टम हायरिंग सैंटर के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए। प्रधान सचिव ने कृषि विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वह 15 अगस्त तक सभी कस्टम हायरिंग सैंटरों में मशीनरी उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें। डीलरों के साथ समन्वय करते हुए यह मशीनरी समय पर उपलब्ध करवाना सुनिश्चत करें। जींद के कृषि उपनिदेशक डा. सुरेंद्र मलिक ने कहा कि 10 कस्टम हायरिंग सैंटर के बिल आ चुके हैं। इसके साथ-साथ एक पब्लिसिटी वैन  इत्यादि के माध्यम से पराली जलाने से होने वाले नुक्सानों का प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। 


 


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Rakhi Yadav

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