यूरिया खाद लेने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे किसान, आधार कार्डों के माध्यम से मिले 10-10 कट्टे

punjabkesari.in Wednesday, Nov 25, 2020 - 10:58 AM (IST)

गुहला-चीका: धान बाहुल्य क्षेत्र गुहला में यूरिया खाद की किल्लत को लेकर किसान पूरा-पूरा दिन लाइनों में खड़ा होने के बावजूद भी मात्र 10 कट्टे ही यूरिया ले पा रहे हंै। इतना ही नहीं एक किसान को 10 कट्टे यूरिया खाद लेने के लिए दर-दर की ठोकरें तो खानी पड़ रही है। साथ ही किसानों को कई प्रकार के जरूरी दस्तावेज भी देने पड़ रहे हंै, तब जाकर 10 कट्टे यूरिया खाद मिलते है।  किसान अंग्रेज सिंह, बलवीर सिंह, सुरेश कुमार, पवन कुमार, प्रगट सिंह, शमशेर सिंह, राजू, धनपत, अनिल कुमार, कुलदीप, महावीर, सुरेंद्र, करनैल सिंह, रोबिन आदि ने बताया कि हलका गुहला हरियाणा पंजाब सीमा पर स्थित होने की वजह से हर वर्ष यूरिया खाद की किल्लत होती है, जिस कारण किसानों को समय पर अपनी जरूरत के मुताबिक खाद नहीं मिल पाता।

उन्होंने बताया कि यदि खाद मिलने के यही हालत रहे तो वो दिन दूर नहीं कि गेहूं का निकाल 50 प्रतिशत कम होगा। हालांकि कृषि विभाग ने यूरिया खाद की किल्लत को लेकर कमर कस ली है और हरियाणा पंजाब सीमा पर नाका लगाकर हरियाणा से पंजाब जा रहे यूरिया खाद पर पूर्णतय पाबंदी लगा दी है। लेकिन हरियाणा के किसानों को फिर भी जरूरत के मुताबिक यूरिया खाद नहीं मिल पा रहा।

उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार के राज में शुरू से ही किसानों को यूरिया खाद लेने के लिए लाइनों में, थाना, तहसीलों में खड़ा होकर यूरिया खाद हासिल करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि फसल के बीजने के एक माह बाद पहला यूरिया डाला जाता है लेकिन किसानों को पहला यूरिया भी नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं यदि कभी-कभार यूरिया खाद विक्रेताओं के पास खाद आ भी जाता है तो किसान को यूरिया खाद के साथ घटिया स्तर की दवाई या अन्य कोई भी पोटाश आदि दिया जाता है, जो किसान के किसी भी काम का नहीं होता।


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Isha

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