आठवें दिन भी जारी रही महिलाओं व बच्चों की भूख हड़ताल

punjabkesari.in Tuesday, Nov 24, 2020 - 08:27 PM (IST)

पानीपत, 24 नवम्बर (संजीव नैन) : सनौली रोड स्थित सब्जी मंडी को नई अनाज के पास शिफ्ट करने के विरोध में मासखोरों द्वारा दिया जा रहा है धरना मंगलवार को आठवें दिन में प्रवेश कर कर गया है। इस दौरान महिलाएं एवं बच्चे भी भूख हड़ताल पर बैठे हैं। धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक संघर्ष जारी रहेगा। धरने पर विशेष बात यह देखने को मिली है कि जहां मंंच के पीछे पहले केवल भारत माता का बैनर लगा था अब उसके साथ पूर्व पार्षद व भाजपा नेता हरीश शर्मा की फोटो लगाकर उस पर  श्रद्धांजलि स्वरूप हार टांगा गया है। लगातार आठ दिन से चल रहे फल व सब्जी विक्रेताओं की इस धरना व भूखहड़ताल का लेकर अभी तक कोई प्रशासनिक अधिकारी या जनप्रतिनिधि सुध लेने के लिए नहीं पहुंचा है।
फड़ी मासाखोर एकता समिति के प्रधान संसार सिंह ने कहा कि अब वे फल व सब्जी मंडी को नई अनाज मंडी में शिफ्ट करने का विरोध नहीं कर रहे हैं। बल्कि उनकी सिर्फ इतनी मांग है कि सनौली रोड सब्जी मंडी को पूर्णतया खत्म न करके यहां पर रिटेल मंडी चलने दी जाए। मंडी दूर जाने से हजारों लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। वह मामले को लेकर करनाल लोकसभा क्षेत्र से सांसद संजय भाटिया, शहरी विधायक प्रमोद विज, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. अर्चना गुप्ता से मिलकर अपनी मांगों के बारे में अवगत करवा चुके हैं, लेकिन उनकी कोई भी सुध लेने का तैयार नहीं हैं। प्रशासन को भी उनकी समस्याओं पर विचार करना चाहिए ताकि सैंकड़ों परिवार उजडऩे से बच  सकें। जब तक उनकी  मांगें नहीं मानी जाएंगी धरना व भूखहड़ताल जारी रहेगा।
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भूख हड़ताल पर बैठी ये महिलाएं व बच्चे
प्रधान संसार सिंह के अनुसार भूखहड़ताल पर 10 साल की बच्ची पायल, दीपक, अंजलि, काजल और यश के साथ महिलाओं में अनीता, कमलेश, बाला, सावित्री व बिमला भूखहड़ताल पर हैं। रोजगार छीन जाने की वजह से परिवारों के सामने भूखे मरने व कर्जदार बनने का संकट आन पड़ा है। जिसके चलते ही धरना व भूखहड़ताल करनी पड़ रही है।

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क्या है पूरा मामला
दरअसल पूरा मामला 16 नवम्बर से शुरू हुआ है जब प्रशासन ने सनौली रोड पर स्थित सब्जी मंडी को यह कहते हुए जबरन नई अनाज मंडी के पास शिफ्ट कर दिया कि शहर के बीच सब्जी मंडी होने से सनौली रोड पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। हालांकि मंडी की शिफ्टिंग की घोषणा तो काफी समय पहले कर दी गई थी लेकिन सब्जी एवं फल विक्रेता इसका विरोध करते हुए लगातार टाइम मांग रहे थे। लेकिन प्रशासन ने 16 सितम्बर को जेसीबी की मदद से सब्जी मंडी को खाली करवाया तथा भविष्य में यहां सब्जी का काम न होने देने की मुनादी भी करवाई। तभी से कुछ मासाखोरो यहां रिटेल मंडी बनाने की मांग को लेकर धरना व भूख हड़ताल पर हैं।


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Content Editor

Sanjeev Nain

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