सोनीपत-गोहाना-जींद मार्ग का विस्तारीकरण, 7,700 पेड़ों की चढ़ेगी ‘बलि’
punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2020 - 04:09 PM (IST)

सोनीपत (स.ह.) : दिल्ली-एन.सी.आर. के प्रदूषित शहरों में तेजी से शूमार होते जा रहे सोनीपत में सड़क विस्तारीकरण की वजह से एक बार फिर बड़ी संख्या में पेड़ों की बलि चढऩे वाली है। सोनीपत-खरखौदा-सांपला मार्ग के बाद अब सोनीपत-गोहाना-जींद मार्ग के विस्तारीकरण को लेकर हजारों पेड़ काटने की मंजूरी दे दी गई है। दिल्ली से सटे होने होने की वजह से कुछ वर्षों में सोनीपत शहर में विभिन्न प्रोजैक्ट्स पर कार्य किया जा रहा है।
नैशनल हाईवे नं. 1 का विस्तारीकरण किया जाता रहा है तो कई अन्य मार्गों को भी चौड़ा किया जा रहा है। सोनीपत के कई क्षेत्रों में तेजी से औद्योगिक इकाइयां विकसित हो रही हैं। इन सबका असर पर्यावरण पर पड़ रहा है। सोनीपत में गत वर्ष भी हजारों पेड़ विकास कार्यों की भेंट चढ़ चुके हैं। वर्ष 2020 में भी हजारों पेड़ों की बली चढऩी तय है। सोनीपत से गोहाना और जींद तक जाने वाले मार्ग के दोनों तरफ वर्षों पुरानी ग्रीन बैल्ट है। इसके अंतर्गत सड़क के दोनों किनारों पर सफेदा, देसी कीकर सहित कई पेड़ खड़े हैं।
हरियाली से उक्त मार्ग पर सफर करने वाले यात्रियों को सुकून मिलता है, परंतु अब सोनीपत-गोहाना-जींद मार्ग को चौड़ा किया जाएगा। इस वजह से उक्त सड़क के दोनों किनारों पर खड़े करीब 7,700 पेड़ों को काटा जाएगा। इसका असर पर्यावरण पर पडऩा तय है। रिकवरी की रूपरेखा तैयार करने में जुटा वन विभागसोनीपत-गोहान-जींद मार्ग के विस्तारीकरण की वजह से बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई से पर्यावरण को काफी नुक्सान पहुंचेगा।
इसकी रिकवरी के लिए वन विभाग ने रूपरेखा तैयार करनी शुरू कर दी है। इसके अंतर्गत सड़क के साथ लगती जगहों पर नए सिरे से पौधारोपण की तैयारी की जा रही है। वन विभाग को बड़वासनी में 30 एकड़ जमीन मिली है। इसके अंतर्गत बड़ी संख्या में पौधारोपण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त कई अन्य जगहों की भी तलाश की जा रही है।