चंडीगढ़ छेड़छाड़ मामला: सरकार में डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू

punjabkesari.in Sunday, Aug 13, 2017 - 09:15 AM (IST)

चंडीगढ़:हरियाणा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे के कारनामों से शर्मसार खट्टर सरकार फ्रंट-फुट पर आने की तैयारी में है। पिछले एक सप्ताह से विपक्ष का हमला झेल रही भाजपा ने विपक्षी दलों को जवाब देने के लिए पार्टी और सरकार दोनों स्तर पर तैयारी कर ली है। सरकार के मंत्री-विधायक और संगठन के नेता अब अपने प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला का बचाव करते नजर आएंगे। पार्टी को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के एक दिन पहले दिए गए बयान से काफी बल मिला है और 14 अगस्त से शुरू होने वाले पार्टी के सांगठनिक कार्यक्रमों में इसकी बानगी नजर आएगी। 

गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले बीते शनिवार को ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास और उसके साथी द्वारा वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी वी.एस. कुंडू की बेटी वर्णिका कुंडू के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। सरकार और पार्टी ने पहले 2 दिन मामले को बेहद कमजोरी से लिया, लेकिन अगले 3 दिनों में यह प्रकरण राष्ट्रीय स्तर की सुर्खियां बन गया। हालात यहां तक हो गए थे कि पार्टी और सरकार की ओर से कोई भी जिम्मेदार मंत्री और पदाधिकारी बराला का बचाव करते नजर नहीं आया। लेकिन आरोपियों के जेल जाने के बाद अब पार्टी ने नई रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। भाजपा ने विपक्षी दलों को जवाब देने के लिए उनके कारनामों की लंबी-चौड़ी फेहरिस्त तैयार कर ली है और अब ग्राऊंड स्तर पर विरोधी दलों को जवाब दिया जाएगा।

विपक्षी दलों के दबाव में इस्तीफा नहीं होने की चर्चाएं 
भाजपा खेमे की चर्चाओं पर यकीन करें तो विपक्षी दलों के दबाव में पार्टी हाईकमान ने सुभाष बराला का इस्तीफा लेने से इंकार किया। भाजपा के रणनीतिकारों की ओर से पार्टी हाईकमान को दी गई रिपोर्ट में यह बताया गया कि ऐसे माहौल में इस्तीफा लेना ठीक नहीं है, क्योंकि भविष्य में विपक्षी दलों की ओर से कभी भी ऐसा दबाव बनाया जा सकता है। वहीं भाजपा के उच्चपदस्थ सूत्रों की मानें तो भविष्य में बराला को पार्टी अध्यक्ष पद से हटाया तो जाएगा लेकिन अभी इसमें वक्त लगेगा। एक ओर जहां पार्टी को बराला के मजबूत विकल्प की तलाश है तो वहीं इस मामले के ठंडा होने का इंतजार है।


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