वैज्ञानिकों ने निकाला रास्ता, अब इस फसल में नहीं होगा कीटनाशक का शिड़काव(VIDEO)

punjabkesari.in Saturday, Jan 06, 2018 - 05:40 PM (IST)

करनाल(विकास मेहला):यूरोपियन देशों द्वारा भारत की बासमती को प्रतिबंधित कर दिया था। जिसके बाद चावल उत्पादकों में निराशा फैली हुई है। एेसी स्थिति से निपटने के लिए वैज्ञानिकों ने एक नया हल निकाल लिया है। जिसके बाद किसी को निराश होने की जरुरत नहीं होगी। वैज्ञानिकों ने कुछ एेसी किस्मों को खोज लिया है। जो कि फंगस और अन्य कीटों पर प्रतिरोधी साबित होगी। इसके उपयोग के बाद किसानों को फसल पर कीटनाशक स्प्रे नहीं करना होगा। इसकी वजह से न तो चावल में इसके अंश आऐंगे और न ही किसी को बीमारी होगी।
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जानकारी के अनुसार इस साल के शुरुअात में यूरोपियन संघ द्वारा भारतीय बासमती में कीटनाशक अंश होने की संभावना के चलते  प्रतिबंधित कर दिया गया था। देश में लम्बे समय से इस बात को लेकर चर्चा चल रही थी कि धान में किस तरह से कीटनाशक के अंश को जीरो किया जाएं।
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गेहूं अनुसंद्यान संस्थान निदेशालय के डायरेक्टर डा. ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि वैज्ञानिकों ने  काफी लम्बे अंतराल में पूसा-1638 नाम की ऐसी किस्म तैयार की है जो फगंस और कीट प्रतिरोधी है। उन्होंने कहा कि पूसा-1638 का प्रयोग एक प्रगतिशील किसान के खेतों में किया गया है। जिसके बाद किसानों को यह काफी पसंद अा रही है। किसानों तक जल्द ही यह किस्म उपलब्ध हो जाएगी ।


 


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