एक छत के नीचे मिलेगा 5500 टीबी मरीजों को ईलाज
punjabkesari.in Monday, Jul 07, 2025 - 06:58 PM (IST)

फिरोजपुरझिरका, (ब्यूरो): टीबी रोगियों को बेहतर ईलाज और सुविधाएं देने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग नूंह तत्पर है। इसे ध्यान में रखते हुए 1 करोड़ 57 लाख रुपए की लागत से जिला टीबी केंद्र बनाया गया है, जहां एक छत के नीचे जिलेभर के 5 हजार से अधिक मरीजों का इलाज होगा। जिला अस्पताल मांडीखेड़ा में बनें जिला टीबी केंद्र में सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं हैं।
अब नीति आयोग के सबसे पिछड़े जिले नूंह के मरीजों को बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए जाने और भर्ती होने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यहां बिगड़ी हुई टीबी का इलाज भी होगा। प्रदेश सरकार 15 अगस्त के बाद जिला टीबी केंद्र का उद्घाटन कर सकती है। हाल ही में सरकार ने टीबी रोगियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए सुलझे हुए अधिकारी डॉ. राजविंद्र मलिक की तैनाती की है। जो उप सिविल सर्जन नूंह का पदभार संभालने के बाद लगातार टीबी यूनिटों का दौरा कर रहे हैं। खामियों के लिए संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को जरूरी दिशा निर्देश दे रहे हैं ताकि दूरदराज के मरीजों को समय पर दवाइयां और पोषण के लिए 6000 रुपए का प्रोत्साहन वक्त पर मिल सके।
उप सिविल सर्जन डॉ. राजविंदर मलिक ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, उप स्वास्थ्य केंद्रों और डीएमसी का जायजा लिया गया है, जहां कमियां मिलीं वहां जरूरी सामान और दिशा निर्देश दिए हैं। नूंह के लिए बड़ी खुशखबरी है कि यहां जिला टीबी केंद्र मिलने जा रहा है, जो पूरी तरह बनकर तैयार है। एक विशेष टीम ने नए भवन का मुआयना किया है। इस भवन पर डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा का बज खर्च हुआ है।
‘‘जिला टीबी केंद्र बनकर तैयार है, 15 अगस्त तक हमें मिल जाएगा। जिले के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। यहां उनके इलाज के लिए चिकित्सक भी तैनात होंगे। इस साल जनवरी से अब तक 2700 मरीजों की पहचान की जा चुकी है।’’ - नूंह सिविल सर्जन, डॉ सरबजीत कुमार थापर