Green Pencil Foundation, Community the Youth Collective
punjabkesari.in Wednesday, Oct 01, 2025 - 08:31 PM (IST)

गुड़गांव, ब्यूरो : ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन के संस्थापक एवं निदेशक सैंडी खांडा के नेतृत्व में राव बिरेंद्र सिंह स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (RBSSIET), ज़ैनाबाद, रेवाड़ी में कैम्पस क्लाइमेट वार्तालेप का सफल आयोजन किया गया। यह पहल कम्युनिटी–द यूथ कलेक्टिव के “चेंजलूमर: युवा नेता इन क्लाइमेट एक्शन” कार्यक्रम के सहयोग से संपन्न हुई, जो युवाओं को जमीनी स्तर पर जलवायु परिवर्तन के समाधान में सक्रिय भूमिका निभाने और नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए प्रेरित करती है।
कार्यक्रम में भागीदारी और अनुभव
इस वार्तालेप में कुल 72 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिसमें इंजीनियरिंग छात्र, शिक्षक और युवा मार्गदर्शक शामिल थे। सत्र के दौरान छात्रों को स्थायी जीवनशैली, नवाचार और जलवायु नेतृत्व के महत्व पर जानकारी दी गई, साथ ही उन्हें अपने कैंपस और समुदाय में वास्तविक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित किया गया।
संवाद से कार्रवाई तक का मार्ग
“वार्ता” और “लीप” का सम्मिलन इस कार्यक्रम की विशिष्टता है। इसमें छात्रों को केवल जागरूक करना ही नहीं, बल्कि उन्हें व्यावहारिक कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। सत्र का नेतृत्व प्रोफेसर अनिल कुमार गिलावत, प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट अधिकारी ने किया। ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन की ओर से सैंडी खांडा और दिव्यांश गांधी ने छात्रों को कचरा प्रबंधन, जल संरक्षण, ऊर्जा दक्षता और सिंगल-यूज प्लास्टिक कम करने जैसी स्थायी आदतों के बारे में मार्गदर्शन दिया। इसके साथ ही छात्रों में पुन: प्रयोज्य कपड़े के थैले वितरित किए गए, ताकि वे प्लास्टिक थैलियों की जगह इको-फ्रेंडली विकल्प अपनाएं और स्थायी जीवनशैली को अपने दैनिक जीवन में उतार सकें।
नेतृत्व और प्रेरणा
सैंडी खांडा ने कहा: सच्ची जलवायु कार्रवाई तब शुरू होती है, जब जागरूकता जिम्मेदारी में बदल जाए। जब युवा अपने कैंपस में स्थिरता के प्रयासों का नेतृत्व करते हैं, तो वह पूरे समुदाय के लिए प्रेरणा बनते हैं। प्रोफेसर अनिल कुमार गिलावत ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम तकनीकी ज्ञान को वास्तविक जीवन में लागू करने का अवसर प्रदान करते हैं और छात्रों में नेतृत्व क्षमता और सामाजिक जिम्मेदारी का भाव विकसित करते हैं।
राष्ट्रीय और वैश्विक संदर्भ
कैम्पस क्लाइमेट वार्तालेप कम्युनिटी – द यूथ कलेक्टिव की राष्ट्रीय श्रृंखला का हिस्सा है, जो युवा नेतृत्व और स्थायी समाधान को बढ़ावा देती है। चेंजलूमर कार्यक्रम युवाओं को अनुभवात्मक सीखने और सामूहिक समस्या समाधान के माध्यम से नेतृत्व क्षमता प्रदान करता है।
यह पहल भारत की नेशनल एक्शन प्लान ऑन क्लाइमेट चेंज (NAPCC) और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के अनुरूप है, विशेष रूप से:
SDG 4: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
SDG 13: जलवायु कार्रवाई
SDG 17: साझेदारी
ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन का उद्देश्य है कि 2030 तक 2 मिलियन लोगों तक पर्यावरणीय जागरूकता पहुँचाई जाए और युवा जलवायु नेताओं की नई पीढ़ी को सशक्त बनाया जाए।
जागरूकता से कार्रवाई तक
आर.बी.एस.एस.आई.ई.टी., रेवाड़ी में आयोजित यह वार्तालेप यह संदेश देता है कि युवा केवल भविष्य नहीं, बल्कि आज के जलवायु परिवर्तन के अग्रदूत भी हैं।
सैंडी खांडा ने निष्कर्ष देते हुए कहा आज एक छात्र से प्रेरणा लेना, कल सैकड़ों को प्रभावित कर सकता है। जलवायु कार्रवाई एक कदम, एक कैंपस और एक समर्पित युवा से शुरू होती है। यह पहल छात्रों में पर्यावरणीय जिम्मेदारी, स्थायी जीवनशैली और सामाजिक नेतृत्व के बीज बो रही है, जो आने वाले वर्षों में हरित और सतत भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।