डॉ इंद्रजीत को मिला बस का निशान, जनता ने संभाली प्रचार की कमान, गांवों से लेकर सोसायटियों का मिल रहा अपार समर्थन
punjabkesari.in Wednesday, Feb 19, 2025 - 08:36 PM (IST)
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गुड़गांव, (ब्यूरो): मानेसर नगर निगम मेयर पद की निर्दलीय प्रत्याशी डॉ इंद्रजीत यादव को चुनाव आयोग की ओर से बस का चुनाव चिन्ह दिया गया है। चुनाव चिन्ह मिलते ही क्षेत्र के मतदाताओं ने स्वयं उनके प्रचार की कमान संभाल ली है। बता दें कि डॉ इंद्रजीत लंबे समय से लोगों को तीर्थ यात्रा करा रही हैं। लोगों को लग्जरी बसों से वह तीर्थ करा रही है। निशान मिलने के बाद उन्होंने तीन नंबर पर बस के निशान का बटन दबा कर मानेसर के विकास की नई इबारत लिखने का आह्वान किया।
अब उन्हें गांवों के साथ ही सोसायटी निवासियों का भी अपार समर्थन मिल रहा है। इसी कड़ी में सेक्टर 82 की दो दर्जन के करीब सोसायटियों की आरडब्ल्यूए और नागरिकों ने उनके ऑफिस में पहुंचकर उन्हें अपना समर्थन दिया। यहां आए आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों ने एक सुर में डॉ इंद्रजीत को जीत का आशीर्वाद दिया। इन लोगों ने कहा कि पिछले दस साल में ही मानेसर का विस्तार हुआ। लेकिन यहां सड़क, सीवर और पानी जैसी मूल सुविधा भी नागरिकों को मयस्सर नहीं है। इन्होंने भाजपा का ज़िक्र करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार में बड़े बड़े दावे किए जा रहे हैं। अगर सरकार की मंशा लोगों को समस्याओं से छुटकारा दिलाने की होती तो दस साल का समय कम नहीं है। पहले लोकसभा, फिर विधानसभा और अब निगम चुनाव में वोट हथियाने के लिए भाजपा ट्रिपल इंजन सरकार का नेरेटिव सेट कर रही है। हमें पार्टी के हथकंडों से कोई फर्क नहीं पड़ता, हमने अपना मेयर डॉ इंद्रजीत को चुन लिया है। समर्थन और आशीर्वाद के लिए डॉ इंद्रजीत ने सभी का आभार जताया और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का भरोसा दिया। डॉ इंद्रजीत ने कहा कि जिस तरह आज उनके दरवाजे आम जनता के लिए खुले हैं, आगे भी रहेंगे। वह लोगों के साथ मिलकर मानेसर की तस्वीर बदलने का काम करेंगी।
पार्टी प्रत्याशियों पर कसा तंज
ढोरका गांव में हुई विशाल जनसभा में ग्रामीणों ने डॉ इंद्रजीत को अपना पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया। गांव ने उन्हें मान सम्मान की पगड़ी भेंट की और विजय श्री का आशीर्वाद दिया। डॉ इंदजीत ने कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों पर तंज कसते हुए कहा कि वह मेयर बनकर राजनीतिक कठपुतली नहीं बनेंगी। उन्होंने क्षेत्र की देवतुल्य जनता जनार्दन की सेवा के लिए राजनीति को माध्यम बनाया है। उनकी ना कोई महत्वकांक्षा है और ना ही कोई लालसा। उनका मकसद लोगों की सेवा करना है जिसे वह पिछले लंबे समय से कर रही है। चुनाव से पहले कितने ही लोग समाज सेवा का लबादा ओढ़कर लोगों के बीच आए लेकिन टिकट फाइनल होते ही गायब हो गए। लेकिन वह मानेसर की जनता के हकों की लड़ाई के लिए मैदान में डटी है। उन्हें उम्मीद है कि जनता का प्यार और आशीर्वाद उन्हें मिलेगा और मानेसर की जनता के सिर जीत का सेहरा बंधेगा। उन्होंने कहा कि मानेसर की जनता उनका परिवार है और अपने परिवार के हर सुख दुख में वह हमेशा साथ खड़ी रहेंगी।