ईडी की ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों पर रेड, मनी लॉन्ड्रिंग में दो कंपनियों की 520 करोड़ की संपत्ति फ्रीज

punjabkesari.in Tuesday, Nov 25, 2025 - 08:11 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), बेंगलुरु ज़ोनल ऑफिस ने प्रिवेंशन ऑफ़ मनी-लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए), 2002 के नियमों के तहत विनजो गेम्स ऐप के मामले में 18 नवंबर से 22 नवंबर तक दिल्ली और गुरुग्राम में चार स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। मेसर्स विनजो गेम्स प्राइवेट लिमिटेड अपने ऐप – विनजो के माध्यम से ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग सर्विस का बिजऩेस करती है। ईडी के सर्च ऑपरेशन के दौरान, विनजो गेम्स प्राइवेट लिमिटेड के पास करीब 505 करोड़ रुपए की क्राइम से हुई कमाई (पीओसी) को प्रिवेंशन ऑफ़ मनी-लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए), 2002 के सेक्शन 17 (1ए) के तहत बैंक बैलेंस, बॉन्ड, एफडीआर, म्यूचुअल फंड के रूप में फ्रीज़ कर दिया। इससे पहले, ईडी ने मेसर्स विनजो गेम्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ़ दर्ज केस के आधार पर जांच शुरू की थी। इस मामले में धोखाधड़ी, अकाउंट ब्लॉक करने, किसी और की नकल करने, पेन नंबर का गलत इस्तेमाल करने आदि के आधार पर केस दर्ज किया है।


एफआईआर में यह भी आरोप है कि विनजो और दूसरों ने शिकायत करने वालों के केवाईसी का गलत इस्तेमाल किया गया। यही नही शिकायतकर्ताओं को काफी नुकसान पहुंचाया गया।। ईडी की जांच से सामने आया कि विनजो कंपनी भारत से (भारतीय कंपनी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले उसी प्लेटफॉर्म पर) ब्राज़ील, यूएसए और जर्मनी जैसे दूसरे देशों में रियल मनी गेम्स (आरएमजी) चला रही है। केंद्र सरकार द्वारा आरएमजी पर बैन (22 अगस्त2025 से) के बाद भी, कंपनी के पास अभी भी 43 करोड़ रुपए की रकम है, जिसे गेमर्स/कस्टमर्स को रिफंड नहीं किया गया है। ईडी की जांच में सामने आया है कि एम/एस विनजो प्राइवेट लिमिटेड क्रिमिनल एक्टिविटी और गलत कामों में शामिल थी। कस्टमर्स को एल्गोरिदम/सॉफ्टवेयर के साथ खेलने के लिए मजबूर किया जाता था, बिना यह बताए कि वे असली पैसे वाले गेम्स में इंसानों के साथ नहीं, बल्कि सॉफ्टवेयर/एल्गोरिदम के साथ खेल रहे हैं।


विनजो ने एम/एस विनजो प्राइवेट लिमिटेड के वॉलेट में कस्टमर्स के रखे पैसे निकालने पर भी रोक लगा दी या परमिशन सीमित कर दी गई। एम/एस विनजो प्राइवेट लिमिटेड ने ऐसे एल्गोरिदम/सॉफ्टवेयर के गलत इस्तेमाल से असली कस्टमर्स द्वारा लगाई गई। हारी गई शर्त के रूप में पीओसी भी जेनरेट किया, जो एंटिटी को उसके बैंक अकाउंट में मिलता है। ईडी की जांच में यह भी पता चला कि ग्लोबल ऑपरेशन यानी, सभी तरह के गेम्स (आरएमजी समेत) की होस्टिंग भारत से एक ही ऐप (एप्लिकेशन), एक ही प्लेटफॉर्म के तहत की जाती है। ईडी की जांच यह भी पता चला है कि भारतीय एंटिटी द्वारा फंड को विदेशी इन्वेस्टमेंट की आड़ में यूएसए और सिंगापुर में डायवर्ट किया गया। 55 मिलियन यूएस डालर (करीब .489.90 करोड़ रुपए) के फंड यूएसए में उनके बैंक अकाउंट (बैंक अकाउंट ‘विनजो यूएस आईएनसी’ के नाम पर हैं) में जमा किए गए हैं, जो एक शेल कंपनी है।


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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