बईमानी की हदें पार! 1 करोड़ बीमा हड़पने के लिए जिंदा युवक को दिखाया मृत, ऐसे हुआ खुलासा ?
punjabkesari.in Sunday, Feb 09, 2025 - 11:31 AM (IST)
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सोनीपत :हरियाणा के सोनीपत में एजेंट ने एक करोड़ का बीमा हड़पने के लिए जिंदा युवक को मरा दिखा दिया। जानकारी के मुताबिक, उसने कहा कि युवक की बुखार से अस्पताल में मौत हुई। मिली जानकारी के अनुसार, इसके बाद उसका अंतिम संस्कार भी सोनीपत के श्मशान घाट में किया गया और उसने इसके बाद LIC से क्लेम मांग लिया।
युवक को दिल्ली कैंट का निवासी और अपना भाई बताया। इस फ्रॉड का का खुलासा युवक का ओरिजनल आधार कार्ड इस्तेमाल करने से हुआ, जिससे वह पकड़ा गया। जब इसकी वेरिफिकेशन हुई तो कंपनी प्रतिनिधि को दिल्ली कैंट में मरने वाले युवक के बारे में कुछ पता नहीं चला। इसके बाद आधार कार्ड नंबर से युवक का एड्रेस निकलवा प्रतिनिधि सोनीपत पहुंचा तो युवक जिंदा मिला। जिसके बाद युवक ने भी पुलिस को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है।
कैसे हुआ खुलासा
प्रवीन सोनीपत के ठरू गांव के रहने वाला है। उसके पिता मजदूरी करते हैं। मां का पहले निधन हो चुका है। उसकी अभी शादी नहीं हुई। प्रवीन सोनीपत में एक बिजली की दुकान में काम करता है। वहीं फ्रॉड करने वाला धर्मबीर सोनीपत के मयूर विहार का रहने वाला है। कुछ समय पहले धर्मबीर ने अपनी बेटी की शादी ठरू गांव में प्रवीन के पड़ोस में की थी। धर्मबीर ने प्रवीन के नाम पर एक करोड़ का बीमा हड़पने की साजिश एक साल पहले शुरू की। उसने प्रवीन का ओरिजनल आधार कार्ड इस्तेमाल किया।
फिर उसके नाम पर सोनीपत में दिल्ली रोड पर एक बैंक में खाता खुलवाया। इसके बाद उसके नाम पर एक करोड़ की पॉलिसी करा दी जिसकी मासिक किस्त 60 हजार थी। करीब 10 महीने तक धर्मबीर ने ही प्रवीन के नाम वाले बीमा पॉलिसी की 6 लाख की किस्तें भरीं। महीने किस्तें भरने के बाद धर्मबीर ने उसकी मौत की साजिश रचनी शुरू की। उसने सबसे पहले प्रवीन को निजी अस्पताल में भर्ती दिखाया। जानकारी के मुताबिक, इसके बाद वहां से कागजात तैयार कराए कि प्रवीन की बुखार से मौत हो गई है। इसके बाद उसने LIC को एप्लिकेशन दी। जिसमें उसने कहा कि वह और उसकी पत्नी आर्मी में जॉब करते हैं। उसे फोन पर अपने भाई प्रवीन की मौत की सूचना मिली। उसने आगे बताया कि 10 अक्टूबर 2024 को उसने सोनीपत के इंडस्ट्री एरिया स्थित श्मशान घाट में अपने भाई प्रवीन का अंतिम संस्कार किया।
इसके लिए उसने सबूत के तौर पर पर्ची भी लगाई। जिसमें उसने दावा किया कि संस्कार के लिए उसने 200 रुपए की पर्ची भी कटाई। इसके बाद उसने डेथ सर्टिफिकेट और दूसरे दस्तावेज भी लगा दिए। जिसके आधार पर एक करोड़ का क्लेम मांग लिया। इस मामले में जब इंडस्ट्री एरिया के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कराने वाले सोनीपत के गांव लहराडा के बलवीर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि 10 अक्टूबर 2024 को तो किसी का संस्कार ही नहीं हुआ। उस दिन यहां कोई शव भी नहीं आया था। उन्हें पर्ची दिखाई गई तो उन्होंने इसे फर्जी करार दे दिया।