हरियाणा में 112 डायल करने पर मिलेगी एंबुलेंस, पुलिस व फायर ब्रिगेड की सेवा
punjabkesari.in Saturday, Jul 10, 2021 - 08:30 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा वासियों को सोमवार से 112 नंबर डायल करने पर पुलिस, एंबुलेंस तथा फायर ब्रिगेड की इमरजेंसी सेवा मिल सकेगी। इसके लिए अलग-अलग नंबर डायल नहीं करने पड़ेंगे। प्रदेश सरकार ने सी-डेक (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग) के माध्यम से इमरजेंसी रिस्पोंस एंड स्पोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) प्रोजेक्ट की स्थापना की है। पंचकूला में इसका राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल 12 जुलाई को दोपहर 12 बजे प्रदेश में डायल 112 शुरू करेंगे। सी-डेक को करीब 152 करोड़ रुपए के भुगतान के अलावा करीब 90 करोड़ रुपये की लागत से 630 नए इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल्स की खरीद भी की गई है। ये व्हीकल्स विभिन्न आपातकालीन उपकरणों से लैस होंगे।
देश में यह प्रोजेक्ट 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में काम कर रहा है। चार राज्यों में लागू किया जा रहा है। ईआरएसएस पुलिस की सबसे महत्वाकांक्षी और बड़ा प्रोजेक्ट है जो प्रदेश के लोगों को न केवल पुलिस आपातकालीन सेवाओं, बल्कि अन्य आपातकालीन सेवाएं फायर-ब्रिगेड और एम्बुलेंस तक भी पहुंचाएगा।
प्रोजेक्ट पूरी तरह से लागू हो जाने के बाद हरियाणा के प्रत्येक नागरिक को शहरी क्षेत्रों में पुलिस नियंत्रण कक्ष में कॉल करने पर 15 मिनट के भीतर व ग्रामीण क्षेत्रों में 30 मिनट के भीतर आपातकालीन पुलिस सेवाएं उपलब्ध होंगी। इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर के लिए पंचकूला के सेक्टर-1 में पहले से ही एक आधुनिक भवन का निर्माण किया है, जो पूरी कंट्रोल रूम होगा।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि प्रदेश वासियों को आपातकालीन सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए एक ही नंबर डायल करना पड़ेगा। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी जिलों को आधुनिक पुलिस वाहन मुहैया करवाए गए हैं। हरियाणा में डायल 112 मुख्यमंत्री तथा गृह मंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस उदघाटन 26 जनवरी 2021 को होना था लेकिन पिछले साल कोरोना के चलते यह प्रोजैक्ट लेट होता चला गया। इस मामले को लेकर गृहमंत्री अनिल विज और डायल 112 के प्रभारी एडीजीपी के बीच विवाद भी हुआ था। लंबी जद्दोजदह के बाद अब यह प्रोजैक्ट सिरे चढऩे जा रहा है।
हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की जा रही हेल्पलाइन 112 का मुख्यालय पंचकूला में बनाया गया है। जहां पर चार भाषाओं (हिंदी, अंग्रेजी, हरियाणवी और पंजाबी) समझने वाले लोगों को नियुक्त किया गया है। ये कर्मचारी प्रदेश भर से आने वाले फोन कॉल को सुनकर आगे रिस्पांस टीम तक अपने संदेश भेजेंगे, जो कि शहरी क्षेत्रों में अधिकतम 15 मिनट और ग्रामीण क्षेत्रों में 20 मिनट में शिकायतकर्ता के पास पहुंचेगे।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)