अनिल विज ने इनैलो कार्यकर्ताओं की तुलना जिन्न से की

punjabkesari.in Friday, Aug 10, 2018 - 11:55 AM (IST)

अंबाला(अमन कपूर): हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने एक कहावत के बहाने ईशारों ही ईशारों में इनैलो कार्यकर्ताओं की कार्यशैली की तुलना जिन्न से कर दी है। विज ने दिल्ली में जंतर मंतर पर हुए इनैलो कार्यकर्ताओं के जलयुद्ध आंदोलन पर चुटकी ली तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी इनैलो पर लतीफा गढ़ दिया। आईये, आपको सुनाते हैं इनैलो के जलयुद्ध पर भाजपा और कांग्रेस के दिग्गजों ने क्या कहा।
PunjabKesari
एसवाईएल के पानी को पंजाब से लाने के मुद्दे पर इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी पिछले लगभग ढाई साल से आंदोलन पर है। इस कड़ी में इनैलो नहर खुदाई से लेकर जेल भरो आंदोलन तक कर चुकी है। इनैलो के इस आंदोलन पर उसकी विपक्षी पार्टियां अक्सर चुटकी भी लेती रहती है। जलयुद्ध के मुद्दे पर इनैलो ने दिल्ली के जंतर मंतर पर आंदोलन किया तो भाजपा और कांग्रेस ने इस पर चुटकी ली। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने एक कहावत के बहाने इनैलो पर निशाना साधा। विज ने कहा कि एक कहावत है कि यदि तुम चाहते हो कि जिन्न तुम्हें न खाए तो जिन्न को कोई न कोई काम देकर रखो। 
PunjabKesari
चाहे पाइप पर तेल लगाकर उसे चढ़ने उतरने का काम ही दे दो। वो ही काम ये कर रहे हैं। इनको पता है कि जिस दिन ये बैठ गए उस दिन इनके सारे वर्कर इनको छोड़कर भाग जाएंगे इसीलिए ये उनको किसी न किसी तरीके से बिजी रखना चाहते हैं। कभी कस्सी से खोदकर, कभी झूठी गिरफ्तारी देकर तो कभी दिल्ली कूच करके। इनैलो एक विपक्षी पार्टी है वो कुछ भी करे उससे हमें कुछ लेना देना नहीं है। इनैलो द्वारा इन चुनावों में सरकार बनाने और चुनावी वादों पर चुटकी भरी प्रतिक्रिया देते हुए अनिल विज ने कहा कि जिनकी सरकार अब कभी आनी ही नहीं है वो कोई भी घोषणाएं कर दें वो सारी की सारी बेमानी हैं।
PunjabKesari
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एसवाईएल का पानी अभी तक हरियाणा को न मिल पाने का ठीकरा इनैलो के सिर पर फोड़ दिया। हुड्डा ने कहा कि ये मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं। एसवाईएल पर जो विलम्ब हुआ है और हरियाणा को उसके हिस्से का पानी नहीं मिला तो इसके लिए पूर्ण रूप से इनैलो जिम्मेदार है। क्योंकि अब सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया है, जिस पर वह आंदोलन कर रहे हैं। उसका आधार इंदिरा गांधी अवार्ड राजीव- लौंगोवाल समझौता है। इसका विरोध किसने न्याययुद्ध के नाम से इन्होंने किया था जिसे पूरा हरियाणा जानता है। इनका चेहरा बेनकाब हो चुका है। 


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Rakhi Yadav

Recommended News

Related News

static