चीतों के लिए हिरण की बलि देने के मामले में बिश्नोई समाज खफा, फतेहाबाद में शुरू किया धरना

punjabkesari.in Monday, Sep 19, 2022 - 05:58 PM (IST)

फतेहाबाद(रमेश): नामीबिया से लाए गए चीतों की भूख मिटाने के लिए हिरणों की बलि देने के मामले में अब बिश्नोई समाज ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चीतों के लिए मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में 181 हिरण छोड़ने के फैसले के खिलाफ बिश्नोई समाज ने फतेहाबाद सचिवालय पर धरना शुरू कर दिया है। समाज के लोगो ने कहा कि बीजेपी के सहयोगी कुलदीप बिश्नोई को भी इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए। लोगों ने कहा कि ट्वीट करने से कुछ नहीं होगा। कुलदीप बिश्नोई को समाज की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए।

 

PunjabKesari

 

बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया ने भी प्रधानमंत्री को लिखा पत्र


चीतों के भोजन के लिए एमपी में हिरण भेजे जाने से बिश्नोई समाज में रोष है। अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर इस बात पर नाराजगी जताई है। उन्होंने पीएम मोदी को भेजे पत्र में लिखा है कि भारत सरकार ने अपने नेतृत्व में नामीबिया से लाकर 8 चीतों को हिंदुस्तान के वनों में विलुप्त प्रजाति को पुनर्स्थापित करने के लिए छोड़ा है, लेकिन उनके भोजन को तौर पर चीतल, हिरण इत्यादि पशुओं को जंगल में छोड़ने से बिश्नोई समाज बहुत आहत है। बिश्नोई समाज से जुड़े लोगों ने कहा कि इस फैसले पर सरकार को तुरंत प्रभाव से रोक लगानी चाहिए।

 

सैंकड़ों हिरणों की बलि से बिश्नोई समाज की भावनाएं हुई आहत



फतेहाबाद सचिवालय पर धरने पर बैठे बिश्नोई समाज से जुड़े एडवोकेट सुशील बिश्नोई ने कहा कि बेशक चीता एक मांसाहारी जीव है। उसका भोजन अन्य जीव ही होंगे, मगर इस तरह से हल्ला मचा कर सैंकड़ों हिरणों को भेजे जाने से बिश्नोई समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि बिश्नोई समाज से हिरणों और अन्य जीवों की रक्षा के लिए हमेशा आगे रहा है। इसके समाज ने कई बार कुर्बानियां भी दी हैं। उन्होंने कहा कि बिश्नोई समाज के लोग बड़ी बैठक कर भी इस कोई बड़ा फैसला भी ले सकते हैं। 

 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Gourav Chouhan

Recommended News

Related News

static