ब्राजो ने जीते दिल और मेडल, हॉर्स शो में छाया पिया मोदी का जर्मन नस्ल का घोड़ा

punjabkesari.in Sunday, Oct 31, 2021 - 08:34 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): शौक की कोई कीमत नहीं होती और शौक घुड़सवारी का हो तो क्या कहने? न्यू चंडीगढ़ में तीन दिन चले हॉर्स शो में शगल की दीवानगी देखने को मिली। एक से एक घोड़ा इस शो में देखने को मिला। देश भर के कई राज्यों से आए घोड़ों ने इस शो में अपनी रफ्तार और छलांग से लोगों को अपना मुरीद बना लिया। अलबत्ता इस पूरे हॉर्स शो में मोदी घुड़सवारी केंद्र का घोड़ा अब्राजो छाया रहा। जर्मन हनोवेरियन ब्रीड के घोड़े अब्राजो ने मेडलों के साथ-साथ सबका दिल भी जीत लिया। अब्राजो ने ओपन टॉप स्कोर कैश प्राइज इवेंट और ओपन जम्पिंग कैश प्राइज इवेंट में गोल्ड मेडल हासिल किए। अब्राजो के राइडर अभिषेक चोपड़ा में शानदार घुड़सवारी का नमूना पेश किया।

अब्राजो की खासियतों को जानने के लिए लोग उत्सुक दिखे। लगभग 6 फुट ऊंचा यह घोड़ा बाकमाल है। इस घोड़े पर सवार अभिषेक चोपड़ा ने इसकी खुराक और खासियत बताई, जिसे जानकर कोई भी दंग रह जाए। अब्राजो जर्मन से आयात किया गया है। इसकी कीमत लगभग 50 लाख रुपए है। यह सेब, केले, अमरूद के साथ-साथ तमाम दूसरे फल खाता है और गाजर इसको सबसे ज्यादा पसंद है। जब दौड़ के बाद खुश्की आती है तो सेब ही इसका प्रिय भोजन है। एक सेब बुड़कते ही यह तरोताजा हो जाता है। इस घोड़े की खुराक का रोजाना का खर्च औसतन 4 हजार रुपए है। इस घोड़े की कनसेरियाँ बड़ी आकर्षक हैं और एक आहट के साथ ही उन्हें बड़ी फुर्ती से गोलाई में घुमाता है। यह घोड़ा मोदी ग्रुप की डायरेक्टर पिया मोदी का है।

पिया मोदी ने बताया कि उन्होंने मेरठ के पास 60 एकड़ में आधुनिक घुड़सवारी केंद्र बनाया है और उनके अस्तबल में फिलहाल देसी-विदेशी नस्ल के 20 घोड़े हैं। अब्राजो उनमें से एक बेहद फुर्तीला घोड़ा है। पिया मोदी का कहना है कि अभी जर्मन ब्रीड के और भी घोड़े अस्तबल में शामिल किए जाएंगे। उनका कहना है कि घुड़सवारी भविष्य का खेल है। भारत में घुड़सवारी का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है। युवा इसमें अपना करियर बना सकते हैं। 


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Content Writer

Shivam

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