जल्द ही दिल्ली और चंडीगढ़ सहित उत्तराखंड, हिमाचल और पंजाब के लिए भी बसें होंगी शुरू : मूल चन्द शर्मा

punjabkesari.in Sunday, Sep 13, 2020 - 05:08 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्र शेखर धरणी): प्रदेशभर में कोरोना महामारी का प्रकोप लगातार जारी है, बावजूद इसके जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर तो आने लगी है, लेकिन दूसरी ओर कोरोना भी मानों बेकाबू होता जा रहा है। जैसा कि आप सभी जानते ही है कि मार्च में लॉकडाउन के बाद बंद पड़ी बसें मई से शुरू हो गई थी, पर इसके लिए पंचकूला से चंड़ीगढ़ पहुंचना पड़ता था, लेकिन अब सीधे चंड़ीगढ़ जाने के लिए बसों को अनुमति दी जा चुकी है। लॉकडाउन से पहले जींद से चंड़ीगढ़ के लिए आठ बसें चला करती थी। साथ ही  आपको जानकारी दें दें कि पहले वाले समय ही कर्मचारियों ने चंड़ीगढ़ के लिए निर्धारित किए है। ऐसे में कहीं ना कहीं चंड़ीगढ़ जाने वाले यात्रियों के लिए डिपो द्वारा ये बड़ी राहत दी गई है।

यह है समय सारणी- 
बता दें कि चंडीगढ़ के लिए पहली बस सुबह साढ़े चार बजे,उसके बाद 5 बजकर 20 मिनट पर, 6 बजकर 40 मिनट पर, पंचकूला के लिए जाने वाली बस भी पहले चंडीगढ़ जाएगी। इसके बाद 7 बजकर 50 मिनट, 9 बजकर 20 मिनट पर, 10 बजकर 50 मिनट पर, 12 बजे और उसके बाद दोपहर बाद 2 बजकर 20 मिनट पर चंडीगढ़ के लिए बसें जाएगी। 3 बजकर 50 मिनट पर चंडीगढ़ के लिए आखरी बस रवाना होगी। 

साथ ही बता दें कि 16 सितंबर से चंडीगढ़ के लिए जींद से बस चलने वाली है। लेकिन अभी हाल में जींद से चंडीगढ़ के लिए आठ समय निर्धारित किए गए है। अगर यात्रियों की संख्या कम या ज्यादा हुई तो बस के समय सारिणी में बदलाव किया जाने की संभावना है। वहीं जल्द ही जयपुर के लिए भी बस चलाई जानें की बात कही जा रही है। इसको लेकर चंडीगढ़ मुख्यालय पत्र भेजा हुआ है।

क्या कहतें है परिवहन मंत्री
परिवहन मंत्री मूल चन्द शर्मा कहते हैं कि परिवहन विभाग एक बहुत बड़ा महकमा है और अनलॉक  4 भी अब खुल चुका है।जबकि हमारी पूरे प्रदेश में 1718 बसें ऑन रोड है। जो फ़िलहाल राज्य में चल रही है जबकि बाकी प्रदेशो में भी हमने बसों की शुरुआत की है।  जिसमे  जल्द ही  दिल्ली और चंडीगढ़ सहित उत्तराखंड, हिमाचल और पँजाब के लिए भी बसें शुरू की जा रही है।  चार माह के लॉक डाउन के दौरान अवैध बसें टैक्सी और मक्सिकैब प्रदेश की सड़कों पर रहे। जब तक इन अवैध ट्रांसपोर्ट को नही रोका जाएगा तब तक हरियाणारोडवेज  की बसों की तादात नही बढ़ पाएगी।यह अवैध ट्रांपोर्टेशन प्रदेश के हर शहर में है।

अंबाला से चंडीगढ़ और पँजाब के लिए जबकि सिरसा से राजस्थान के लिए काफी वाहन अवैध तौर पर सवारियां लेजाते है।जब तक इन वाहनों पर लगाम नही लगेगा।तब तक राज्य परिवहन की बसों को पूरी तरह से नही चलाया जा सकेगा।इसलिए इन वाहनों पर लगाम लगाने के लिए हमने एक कमेटी बनाई है। आरटीई और जीएम रोडवेज का स्टाफ अवैध तौर पर चलने वाले इन वाहनों को नाके लगाकर पकड़कर इन्हें खाली करवाकर इनके चालान करेंगे और इनकी सवारियों को हरियाणा रोडवेज की बसों में बैठाएंगे।यह करवाई एक दिन नही बल्कि रोजाना चलाई जाएगी ।रात को जो अवैध तौर पर बिना परमिट के बसें प्रदेश में आती है। उनकी चेकिंग की जाएगी ।  इससे पहले हम एक ही चीज ओवर लोडिंग पर ही ध्यान केंद्रित कर रहे थे।जिसपर काम चल रहा है।लेकिन जहां हरियाणा रोडवेज के 18हजार कर्मचारी है और उत्तर भारत मे हरियाणा रोडवेज की अपनी एक पहचान है।उसमें लोग नही बैठ पा रहे   वहीँ दूसरी तरफ यह अवैध परिवहन प्रदेश के राजस्व को भरी चुना लगा रहा है।  बिना इन्शुरन्स के गाड़िया सड़को पर घूम रही है जिनके साथ कोई हादसा हो तो इन्शुरन्स तक नही मिलेगा। प्राइवेट बसों वाले सरकारी बस के टाइम से महज कुछ मिनट पहले  अपनी बस लगा देते  है।इन सब बातों पर ध्यान केंद्रित करते हुए हमने परिवहन विभाग की एक बैठक की है जिसमे अवैध वाहनों पर लगाम लगाने के लिए रणनीति तैयार की  गई है। 

 


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Isha

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