Rohtak: भाई दूज पर टीका लगवाकर लौट रहा था परिवार, खड़े ट्रक से टकराई कार...दंपती सहित बेटे की मौत
punjabkesari.in Monday, Nov 04, 2024 - 11:35 AM (IST)
रोहतक : रोहतक से होकर गुजर रहे 152-डी एक्सप्रेस-वे पर गांव बसाना और कलानौर के बीच में खड़े ट्रक से कार टकरा गई। जिसके कारण कार सवार पति-पत्नी और बेटे की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब कार में सवार होकर पूरा परिवार जींद से भाई दूज का टीका लगवाकर घर वापस लौट रहे थे। इसी दौरान बीच रास्ते में यह हादसा हुआ है। वहीं हादसे का पता लगते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई।
मृतकों की पहचान गांव गुढ़ान निवासी करीब 45 वर्षीय विजय, उनकी पत्नी करीब 42 वर्षीय सरिता और करीब 12 वर्षीय बेटे दिग्विजय के रूप में हुई है। इधर, हादसे के बाद आसपास के लोग भी एकत्रित हो गए। हादसे का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि तीनों के शव कार में फंस गए। अंदर फंसे हुए शवों को काफी मशक्कत के बाद क्षतिग्रस्त कार से निकाला गया। इधर, मौत की सूचना मिलते ही परिवार में मातम छा गया। महम थाना प्रभारी सत्यपाल सिंह ने बताया कि कार सड़क पर खड़े ट्रक में पीछे से टकराई थी। जिस कारण हादसे में पति-पत्नी और बेटे की मौत हो गई है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
सरकारी स्कूल में अध्यापक था विजय
विजय अपने बेटे दिग्विजय को भाई दूज पर टीका लगवाकर लौट रहा था। विजय गांव निगाना के सरकारी स्कूल में शिक्षक था और तीन बच्चे (2 बेटी व एक बेटा) है। बेटा दिग्विजय बेटी प्राची व बेटी त्रिशांशी जींद में पढ़ते हैं। इसलिए विजय की पत्नी सरिता भी बच्चों के पास ही जींद में रहते थी और विजय मां-बाप के पास गांव में रहते थे। दीपावली पर सरिता और दिग्विजय गांव आए हुए थे और दोनों बेटियां जींद में ही रह रही थी। इसलिए उन्होंने रविवार को भाई दूर पर जींद जाने का फैसला किया। ताकि दिग्विजय अपनी दोनों बहनों से भाई दूज पर दीर्घायु का टीका लगवा सके।
इसलिए पति-पत्नी बेटे दिग्विजय को भाई दूज का टीका लगवाने के लिए कार में सवार होकर जींद गए थे। वहां पर उन्होंने दोनों बेटियों के साथ मिलकर भाई दूज बनाया और बहनों ने अपने भाई दिग्विजय को भाई दूज का टीका लगाया। इसके बाद रविवार रात को विजय, सरिता और दिग्विजय कार में सवार होकर वापस गांव आने के लिए चल पड़े।
मौके पर ही तीनों की मौत
जानकारी के अनुसार घर लौटते समय विजय कार चला रहा था। वहीं उनकी पत्नी आगे वाली साइड सीट पर बैठी थी। वहीं बेटा दिग्विजय पीछे की सीट पर बैठा हुआ था। जब वह 152डी एक्सप्रेस-वे पर गांव बसाना व कलानौर के बीच पहुंचा तो वहां सड़क पर एक ट्रक खड़ा हुआ था। रात को अंधेरा अधिक होने के कारण कार सड़क पर खड़े ट्रक से जा टकराई। हादसा इतना भयानक था कि तीनों की मौके पर ही मौत हो गई और कार क्षतिग्रस्त हो गई।