चौधरी देवी लाल जी कि मैं चौथी पीढ़ी हूं, हम भी किसान का खून है : दिग्विजय चौटाला

punjabkesari.in Saturday, Sep 19, 2020 - 12:12 PM (IST)

चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी) : दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि हरसिमरत कौर के इस्तीफे पँजाब का मुद्दा है।  वह केंद्र में मंत्री थी अध्यादेश पर उन्होंने पंजाब के अपनी पार्टी के स्टैंड के तहत इस्तीफा दिया है में पंजाब पर कुछ नही कहूंगा। दिग्विजयसिंह चौटाला अभी स्कूल खोलने के पक्ष में नही हैं। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि भी थोड़ा और इंतजार करना चाहिए।जब इतने हालात बद्द से बदतर होते जा रहे है और देश के स्वास्थ्य मंत्री भी यह मानते है कि पहले से ज्यादा सवेयर केसेस अब आ रहे है। इसमें छात्रों को झौंकना बिल्कुल ठीक नही है।

प्रश्न : हरसिमरत बादल के त्यागपत्र पर क्या कहेंगे।
दिग्विजय चौटाला : 
हरसिमरत कौर के इस्तीफे पँजाब का मुद्दा है।  वह केंद्र में मंत्री थी अध्यादेश पर उन्होंने पंजाब के अपनी पार्टी के स्टैंड के तहत इस्तीफा दिया है में पंजाब पर कुछ नही कहूंगा।

प्रश्न : क्या कुरुक्षेत्र में लाठीचार्ज हुआ है।
दिग्विजय चौटाला :
हम सब लोग टीवी और अखबार पड़ते है।जबकि जो रेपुटेड टीवी चैनल या अखबार है उनकी बातों पर तो विश्वास करना पड़ता है।क्योंकि मैं वहां मौजूद नही था इसलिए अगर ऑखबीर या टीवी चैनल कह रहे है कि वहां लाठीचार्ज हुआ है तो इसका मतलब वहां कुछ न कुछ तो हुआ है।जो तस्वीरों में हम देख रहे है उससे यह लगता है कि वहां कुछ न कुछ ऐसा हुआ है जो नहीं होना चाहिए था।

प्रश्न : लाठीचार्ज को लेकर प्रदेश के ग्रह मंत्री कह रहे है कि किसानों पर लाठीचार्ज नहीं हुआ?
दिग्विजय चौटाला :
मैं उनकी बात से सहमत हूँ।लेकिन जो टीवी पर दिख रहा है मैं उससे असहमति कैसे जता दूं। हम ग्रह मंत्री का व उनकी भावना का सम्मान करते है लेकिन जो टीवी पर दिखाया जा रहा है उसपर भी हमें गौर करना चाहिए।लाठीचार्ज की जांच होनी चाहिए यह हम कह रहे है इसमें गृह मंत्री की जिम्मेवारी नही थी, जिम्मेवारी उनकी थी जिन्होंने लाठीचार्ज के आदेश दिए। 

प्रश्न : दिग्विजय जी, जिस तरह से किसानों को लेकर आजकल मुद्दा गरमाया है और इसको लेकर सभी दल राजनीति भी कर रहे है। जेजेपी का इसपर क्या स्टैंड है?
दिग्विजय चौटाला : 
इस बात को लेकर मैने अपनी पार्टी की तरफ से पहले दिन ही कह दिया था कि जो हुआ वह गलत हुआ और ऐसा नही होना चाहिए था।जिनकी आज्ञा से ऐसा हुआ उन लोगों पर करवाई होनी चाहिए।उन अधिकारियों को पॉइंट आउट करना चाहिए।

प्रश्न : किसानों के साथ आपके परिवार का नाम जुड़ा हुआ है और स्वर्गीय चौधरी देवी लाल किसानों के मसीहा भी कहलाते है। किसानों को लेकर आप क्या कहेंगे?
दिग्विजय चौटाला : 
मुझे बहुत से  किसानों की पीड़ा के बारे में कह रहे है। चौधरी देवी लाल जी की मैं चौथी पीढ़ी हूँ।उनके घर मे हमने जन्म लिया।हम भी किसान का खून है।हम भी खेती करते है और हमें किसान के दुख दर्द का बहुत अच्छी तरह से पता है। मैं यह तो नहीं कहता कि जो प्रदर्शन हुआ वो ठीक हुआ यां यह प्रदर्शन किसकी और से प्रायोजित था मैं उसपर भी टिप्पणी नही करूँगा।उसके बारे में सब जानते है। मगर भोले भाले किसी किसान को किसी बहकावे में लाकर अगर वहां तक लेजाया गया । अगर उसपर कोई अत्याचार हुआ है तो वो अत्याचार उस किसान पर नहीं बल्कि चौधरी देवी लाल जी के परिवार पर हुआ है।हमारे पर हुआ है।उसकी पीड़ा उस किसान की नही बल्कि हमारी अपनी पीड़ा है।यह भावना हमारी हमेशा से रही।जबकि मैं खुले तौर पर कहता हूं कि ऐसा नही होना चाहिए था।

प्रश्न : कृषि अध्यादेशों के विरोध में प्रदर्शन ने कांग्रेस ने पहले ही खुलकर इस प्रदर्शन को समर्थन की बात कही थी।इसमे आपको क्या लगता है?
दिग्विजय चौटाला : 
कांग्रेसी फिर वहां पहुंचे क्यों नहीं।यह लोग पीछे के से गेम खेल रहे है।सरकार और सरकार के प्रतिनिधियों को बदनाम करने के लिए। जो अच्छा कदम सरकार उठा रही है उसको बुरा बताने और दिखाने के लिए।इसमे सिर्फ एक क्लाज किसानों की जायज मांग है कि एमएसपी होनी चाहिए।पहले सभी लोग कह रहे थे को एमएसपी पर होगा लेकिन उसके बाद केन्द्र की पार्लियामेंट के अंदर केन्द्रीय कृषि मंत्री ने ऑन रिकॉर्ड कह दिया कि एमएसपी खत्म नही होगी।इससे ज्यादा स्पष्टता नही हो सकती। अब धान की फसल आने वाली है।उसमें पता चल जाएगा कि एमसपी है या नहीं।

प्रश्न : उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जिस प्रकार किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा की और जांच की मांग की।क्या आप भी जांच की मांग करते हैं?
दिग्विजय चौटाला :
मैं तो पहले दिन से कह रहा हूँ । मैंने ट्वीट करके भी कहा कि जो लोग इसके पीछे शामिल है। किसके कहने पर यह करवाई हुई। पहले प्रदर्शन की परमिशन नही दी गई फिर परमिशन दे दी गई।इसलिए यह हमें समझना होगा कि जो हुआ वह ठीक नही हुआ।

 प्रश्न : अनलॉक 4 चल रहा है और छात्रों की क्लासेस शुरू करने की तैयारी है। क्योंकि स्टूडेंट्स की आपने हमेशा वकालत की है, इस स्थिति में आपका क्या स्टैंड है?
दिग्विजय चौटाला :
हम तो पहले दिन से उनकी हर लड़ाई में छात्रों के साथ रहे है।स्टूडेंट्स से हम इसके बारे में बातचीत कर रहे है कि इस बारे में सरकार की भावना क्या होनी चाहिए।जो छात्रों की भावना होगी उसको उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के माध्यम से हम सरकार तक पहुंचाएंगे।

प्रश्न : कोरोना पीक पर चल रहा है।ऐसी स्थिति में क्लासेज शुरू करने को लेकर आपकी निजी राय क्या है?
दिग्विजय चौटाला :
मैं मानता हूं कि भी थोड़ा और इंतजार करना चाहिए।जब इतने हालात बद्द से बदतर होते जा रहे है और देश के स्वास्थ्य मंत्री भी यह मानते है कि पहले से ज्यादा सवेयर केसेस अब आ रहे है।इसमें छात्रों को झौंकना बिल्कुल ठीक नही है।

प्रश्न : इसके अलावा जेजेपी विधायक दविंदर बबली के एक दो दिन से आक्रामक तेवर नजर आ रहे है? उसपर आपका क्या कहना है?
दिग्विजय चौटाला : 
दविंदर बबली जी हमारे अपने है उनकी और से कोई भी कही गई बात हमारे अपने घर की बात है क्योंकि 10 एमएलए की पार्टी है जिसके वे सदस्य हैं। उन्होंने दुष्यंत जी को चुना है। अगर उनकी कोई भावना दुष्यंत जी के लिए है तो दुष्यंत जी से यां हम सब लोग बैठकर उसका समाधान करेंगे।

प्रश्न : उनके बयान जिस तरह से मीडिया में आ रहे है इसपर आपकी क्या प्रतिक्रिया है?
दिग्विजय चौटाला : 
इसका बेहतर जवाब वही दे सकते है। हम उनका  सम्मान करते है।टोहाना में निश्चित तौर पर उनके कुछ ऐसे मामले रहे  जिससे हम भी सहमत है।

प्रश्न : बड़ोदा उपचुनाव है और किसी भी दिन चुनाव की तिथि डिक्लेयर हो सकती है। उसको लेकर क्या तैयारी है?
दिग्विजय चौटाला : हम दोनों पार्टियां उसके लिए पूरी तरह से तैयार है। इस उपचुनाव को लेकर सीनियर लीडरशिप बैठकर फैसला करेंगी कि टिकेट किसको मिलेगी। जिसको टिकेट मिलेगी हम  निःस्वार्थ भावना से मिलकर उसको जितवाएँगे।

प्रश्न : उपचुनाव में प्रत्याशी जेजेपी का होगा यां बीजेपी का?
दिग्विजय चौटाला : यह भविष्य के गर्भ में है।

 

 

 

 


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Manisha rana

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