पढ़ाई की जगह मजदूरी कर रहे स्कूली बच्चे, हाथों में किताबों की जगह ईंट-पत्थर!

punjabkesari.in Wednesday, Jul 05, 2017 - 01:46 PM (IST)

फतेहाबाद(रमेश भट्ट):सरकारें जहां बाल श्रम को समाप्त करने के लिए सख्त कानून और नियम बना रहे हैं। वहीं फतेहाबाद जिले के गांव बड़ोपल एक ऐसा मामला देखने को आया है जिसे देखकर ऐसा लगता है कि यहां नियमों कायदों की किसी को कोई परवाह नहीं है। दरअसल गांव बड़ोपल में केद्रीय विद्यालय खुलने जा रहा है लेकिन उसकी इमारत अभी तक तैयार नहीं हुई। जब तक केंद्रीय विद्यालय तैयार नहीं होता तब तक शिक्षा विभाग ने प्राइमरी स्कूल को गांव के ही हरिजन चौपाल में शिफ्ट करने के निर्देश जारी किए थे। विभाग के निर्देशानुसार गत दिवस स्कूल की शिफ्टिंग का काम चल रहा था। लेकिन शिफ्टिंग के दौरान गुरुजनों की लापरवाही देखने का मिली। 
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गुरुजनों ने स्कूल का समान शिफ्टिंग का काम मजदूरों से करवाने की बजाय छोटे-छोटे बच्चों से करवाया। यहीं नहीं इतनी भीषण गर्मी में मासूम बच्चे सिर पर कुर्सियां उठाए पसीने में तरबतर नजर आए। गुरुजनों ने स्कूल का सामान तो उठवाया साथ ही बच्चों से हरिजन चौपाल की सफाई भी करवाई। 5वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने बताया कि स्कूल अध्यापकों की निर्देशानुसार ही उन्होंने सामान उठाया है और उन्हीं के कहने पर चौपाल की सफाई की। 
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उधर स्कूल के हैड टीचर कुलदीप ने बताया कि सामान उठवाने के लिए मजदूर और साधन की व्यवस्था की गई थी लेकिन वह नहीं पहुंचा जिसके चलते सामान उठवाने के लिए 5वीं कक्षा के विद्यार्थियों की सहायता ली गई। किसी को मजबूर नहीं किया गया। वहीं उन्होंने स्कूल में सफाई कर्मचारी न होने की भी मजबूरी बताई।
 


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