सीएम फ्लाइंग ने नकली दवा बनाने की फैक्टरी पकड़ी, भारी मात्रा में दवाईयां बरामद

punjabkesari.in Friday, Jul 08, 2022 - 11:03 AM (IST)

जींद: गोहाना रोड के लगते श्योराण कालोनी स्थित किड्स प्ले स्कूल की आड़ में चल रही दवाई फैक्टरी पर सी.एम. फ्लाइंग ने वीरवार को छापेमारी की। फैक्टरी में एंटीबायोटिक दवाईयों को पैक करने के अलावा नकली कैप्सूल बनाकर इन्हें किसी दूसरी जगह सप्लाई किया जा रहा था। इसके लिए ऑटोमैटिक मशीनें लगाई गई थी। कार्रवाई में सीएम फ्लाइंग के साथ ड्रग विभाग, बिजली निगम, पुलिस के साथ खुफिया विंग भी साथ रही। छापेमारी के दौरान लगभग डेढ क्विंटल से ज्यादा दवाईयां तथा पाउडर बरामद हुआ है।

काफी संख्या में कैप्सूल, गोलियां पेकिंग और कट्टों में भरी हुई थी। ड्रग विभाग ने बरामद हुई 11 प्रकार की दवाईयों के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेज दिए है। जिला ड्रग कंट्रोलर की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने स्कूल संचालक तथा ड्रग फैक्टरी संचालक को हिरासत में ले बरामद दवाईयों, रेपर, मशीनों को कब्जे में ले लिया है।


सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि श्योराण कालोनी में निजी स्कूल परिसर में दवाई निर्माण की फैक्टरी चल रही है। सूचना के आधार पर सीएम फ्लाइंग के डीएसपी रविंद्र कुमार, निरीक्षक राजदीप के नेतृत्व में स्कूल परिसर में पहुंच गए। छापेमारी के दौरान जिला ड्रग कंट्रोलर विजय राजे, बिजली निगम के एसडीओ कृष्ण कुमार तथा सिविल लाइन थाना प्रभारी डॉ. सुनील कुमार मौजूद रहे। स्कूल इमारत के साथ शैड डालकर ऑटोमैटिक मशीन लगाई गई थी, जिसमे दवाईयों की पैकिंग के साथ साथ मूल्य, ब्रांड समेत शामिल था। वहीं कैप्सूल में दवाई भरने की ऑटोमैटिक मशीनें और उनको मूल्यों समेत पेकिंग शामिल थी।

कट्टों में खुली गोलियां भरी गई थी तो इसी प्रकार कट्टों में खुला दवाईयों का पाउडर भी भरा गया था। मौके पर पुलिस ने स्कूल संचालक गौरव तथा फैक्टरी संचालक हाउसिंग बोर्ड निवासी रवि को हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि स्कूल संचालक गौरव ने फैक्टरी की जगह को हाउसिंग बोर्ड निवासी रवि को किराए पर दिया हुआ था और पिछले चार पांच माह से यह काम जारी था। पूछताछ में रवि ने बताया कि शहर का एक कैमिस्ट उसे दवाईयां उपलब्ध करवाता था, जिन्हें पेकिंग के बाद वापस उसी कैमिस्ट को दे देता था।

बाद में पुलिस ने दोनों को साथ लेकर कैमिस्ट के ठिकाने पर छापेमारी भी की, लेकिन उसका सुराग नहीं लगा। ड्रग फैक्टरी संचालक के पास किसी प्रकार का कोई लाइसेंस या दस्तावेज नहीं पाया गया, जिस पर पुलिस ने स्कूल संचालक तथा फैक्टरी संचालक को हिरासत में ले लिया। बरामद दवाईयों के सैंपलों को जांच के लिए लैबोरेटरी भेज दिया गया। वहीं इस मामले की शिकायत सिविल लाइन पुलिस को दे दी गई है।

 


 


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Content Writer

Isha

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