COAI ने विज को लिखा पत्र, 5जी से कोविड फैलने की अफवाहों पर रोक लगाई जाए
punjabkesari.in Wednesday, May 19, 2021 - 10:52 PM (IST)
चंडीगढ़ (धरणी): कोविड-19 महामारी के फैलने के लिए 5जी टेस्टिंग को जिम्मेदार ठहराए जाने के बारे में फैलाई जा रही गलत सूचनाओं के मद्देनजर, सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज को एक पत्र लिखकर उनसे इस तरह की अफवाहों पर रोक लगाने का अनुरोध किया है। पत्र में कहा गया है कि कुछ शरारती तत्व यह अफवाह फैला रहे हैं कि कोविड महामारी से हो रही लोगों की मौतें और स्वास्थ्य समस्याएं 5जी टावरों की टेस्टिंग के कारण हो रही हैं ना कि कोरोना वायरस की वजह से।
सीओएआई ने अपने पत्र में कहा है कि हम इस बात पर प्रकाश डालना चाहते हैं कि इस प्रकार की अफवाहें पिछले दो हफ्तों में मुख्य रूप से सेमी-अर्बन और ग्रामीण क्षेत्रों में फैली हैं। हरियाणा राज्य में इस तरह की गलत सूचनाओं में वृद्धि हुई है। पत्र में कहा गया है कि ऐसी कई घटनाएं हैं जिनमें हरियाणा राज्य में किसान समूह भी कोविड महामारी को 5जी सेवाओं से जोडऩे के मिथक पर उत्तेजित हो रहे हैं।
इस संबंध में एक उद्योग संघ होने के नाते, हम यह बताना चाहते हैं कि इस तरह की गलत सूचनाऐं/अफवाहें जो फैलाई जा रहीं हैं, वे निराधार हैं और ऐसे कोई सबूत या तथ्य नहीं हैं जो यह दर्शाते हों कि 5जी सेवाओं का कोविड-9 के संदर्भ में कोई हानिकारक प्रभाव है पत्र में कहा गया है। पत्र में यह भी बताया गया है की विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और इंटरनेशनल कमीशन ऑन नॉन-आयोनाइजिंग रेडिएशन प्रोटेक्शन (आईसीएनआईआरपी) सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने ऐसे दावों और झूठी अफवाहों को खारिज किया है।
डब्ल्यूएचओ के बयान का पत्र में हवाला देते हुए कहा गया है कि वायरस रेडियो तरंगों/मोबाइल नेटवर्क पर नहीं चल सकता है। कोविड-9 विभिन्न देशों में फैल रहा है जिनके पास 5जी नेटवर्क नहीं है। ये दावे किसी भी सबूत (अत्यंत कमजोर सबूत भी नहीं) द्वारा समर्थित नहीं हैं, और 5जी से संबंधित ईएमएफ के बारे में वैज्ञानिक ज्ञान के विशाल भंडार से पता चलता है कि ऐसे दावे संभव नहीं हैं। पत्र में आईसीएनआईआरपी के हवाले से बताया गया है।
पत्र में डीओटी की हालिया प्रेस विज्ञप्ति का भी उल्लेख किया गया है जिसमें यह कहा गया है कि 5जी तकनीक को कोविड-19 महामारी से जोड़ने वाले दावे झूठे हैं और इनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। डीओटी की प्रेस विज्ञप्ति में यह भी स्पष्ट किया गया है कि भारत में कहीं भी 5जी नेटवर्क की टेस्टिंग शुरू नहीं हुई है। तो यह दावा कि 5जी परीक्षण या नेटवर्क भारत में कोरोनावायरस का कारण बन रहा है, निराधार और झूठा है।
सीओएआई ने हरियाणा के गृह मंत्री से जिला मजिस्ट्रेट/जिला अधिकारियों/पुलिस को टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर और संबंधित संपत्तियों की सुरक्षा करने और इस तरह के भ्रामक अभियानों को फैलाने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया है।