10 और 15 साल पुराने वाहनों पर फिलहाल गुड़गांव में पूर्ण तौर पर लगेगी रोक: मूलचंद शर्मा

punjabkesari.in Thursday, Mar 31, 2022 - 03:11 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : हरियाणा के ट्रांसपोर्ट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार कर्मचारियों के हित में कई बड़े बेहतरीन फैसले ले चुके हैं। जिसके तहत हरियाणा रोडवेज के लगभग 2000 कर्मचारियों अधिकारियों की प्रमोशन, बसों के बेड़े को लगातार और बढ़ाने पर हम काम कर चुके हैं। प्रदेश के हित के साथ कोई समझौता नहीं होगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधानसभा में करीब 800 करोड रुपए का बजट ट्रांसपोर्ट विभाग के लिए बढ़ाया। हम लगातार टेक्नोलॉजी की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। जल्द हरियाणा रोडवेज के बेड़े में 2000 नई बसें शामिल होने जा रही हैं। जिसमें से 800 बसें जिनकी चेसी आ चुकी है और बॉडी तैयार हो रही है।

1000 नई बसें विभाग खरीदने की तैयारी कर चुका है। 150 नई लग्जरी बसें, 250 मिनी बसें, 40 वोल्वो बसें बेड़े में शामिल होंगी। इन बसों में पैनिक बटन, ई टिकटिंग और जीपीएस की सुविधा रहेगी। हम ई बस सर्विस की दिशा में भी प्रयासरत हैं। हम इसे लेकर रोड मैप बना रहे हैं कि बस से कहां-कहां से निकलें और कहां-कहां चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएं। हम पेट्रोल पंपों पर भी चार्जिंग सुविधा देने का मन बना रहे हैं। इस योजना को लेकर हम टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के साथ भी मिलकर काम करेंगे। परिवहन मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री विधानसभा सेशन में घोषणा कर चुके हैं कि 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों पर सबसे पहले गुड़गांव में रोक लगाई जाएगी। बाकि जिलों में अभी इसमें थोड़ी छूट दी जाएगी। 

इस मौके पर आम आदमी पार्टी पर बरसते हुए ट्रांसपोर्ट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि आम आदमी पार्टी की अपनी डफली अपना राग है। पहले दिल्ली में लोगों को बेवकूफ बनाते रहे, अब पंजाब में आ चुके हैं। आज पंजाब में पूरी तरह से इन्हीं की सरकार है। दिल्ली में किसी भी बात और मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार और मोदी पर आरोप लगा लेते थे। अब इनकी असलियत और सच्चाई जनता के सामने खुलकर आ जाएगी। बड़े-बड़े दावे और घोषणाएं करके दिल्ली में आए हैं। पानी-बिजली-स्कूटी ब लैपटॉप -हर महिला को 1000 जैसी तमाम फ्री देने की घोषणाएं कर सत्ता पर काबिज हुए हैं। मैं इन से उम्मीद करता हूं कि जल्द इन घोषणाओं को लागू करें।

हालांकि उन्होंने कहा कि मैं केजरीवाल की किसी बात से भी सहमत नहीं हूं। अगर कोई और विपक्ष का नेता यह बातें कहता तो मैं मान भी लेता। लेकिन केजरीवाल कहकर पीछे हटने वाले व्यक्ति हैं। वह अपनी जुबान पर खरे नहीं उतरते। पंजाब में सत्ता हासिल करने के बाद आम आदमी पार्टी के हुए मजबूत हौसले पर बात करते हुए शर्मा ने कहा की हरियाणा एक ऐसा प्रदेश है जो किसी का उधार नहीं रखता। बार-बार झूठ बोलने वाले अरविंद केजरीवाल के झूठे वायदों का असर हरियाणा पर नहीं होने वाला। हरियाणा के विधानसभा चुनावों को अभी ढाई साल बकाया हैं, पहले पंजाब की घोषणाओं से निपटना होगा।

इस मौके पर उन्होंने फरीदाबाद जिले के लिए की गई घोषणाओं पर मूलचंद शर्मा ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए बताया कि उनके जिले के लिए लगभग 1550 करोड़ की विकास परियोजनाओं जिसमें एलिवेटेड पुल, पीने का पानी, अस्पताल, स्कूल, फ्लाईओवर इत्यादि मुख्यतः हैं। शर्मा ने कहा कि पूर्व की सरकारों ने फरीदाबाद जिले को इस प्रकार से लूटा जिस प्रकार से सोमनाथ के मंदिर को लूटा गया हो। देश के मानचित्र पर फरीदाबाद नंबर 1 का स्थान रखता था। जहां सुई से लेकर हवाई जहाज तक के पुर्जे बनते थे। लेकिन केवल इस जिले की कमाई का प्रयोग किया गया। लेकिन इस जिले को विकास के नाम पर कुछ नहीं दिया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हर जिले की कमाई को उसी जिले में लगाने की योजना चलाई, यह उनकी दूरदर्शी सोच है। फरीदाबाद औद्योगिक जननी है। फरीदाबाद ने प्रदेश को दिशा दी है। लाखों श्रमिकों को रोजगार दिया है और बहुत जल्द फरीदाबाद गुड़गांव को भी पीछे छोड़ देगा।

फरीदाबाद एनआईटी के विधायक नीरज शर्मा द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सिले हुए कपड़ों का त्याग करने के फैसले पर मूलचंद शर्मा ने कहा कि यह उनका निजी फैसला है, वह कपड़े पहनने या ना पहने। वह भोजन भी छोड़ सकते हैं। लेकिन भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए जितने कड़े कदम मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उठाए, आज से पहले कभी नहीं उठाए गए। पूर्व की सरकारों में कभी एक चपरासी तक भ्रष्टाचार के आरोप में जेल नहीं गया। मनोहर लाल ने बड़े बड़े अधिकारियों को जेल में ठोक दिया। पूर्व की सरकारों में स्वयं शहजादे कुर्सियों पर बैठकर प्रदेश को लूटा करते थे। मूलचंद शर्मा ने कहा कि नीरज शर्मा के पिता भी प्रदेश के मंत्री रहे। क्या उन्होंने नहीं देखा कि पूर्व की सरकारों में किस प्रकार की कार्य शैली अपनाई गई। किस प्रकार से नौकरियों की बोली लगती थी। किस प्रकार से हर विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त था।

2 दिवसीय देशव्यापी हड़ताल के दौरान लगातार वायरल हो रही ड्यूटी देने वाले कर्मचारियों के साथ बदतमीजी, जूतों की माला डालने जैसी घटनाओं पर प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा पूरी तरह से सख्त नजर आ रहे हैं। उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि प्रदर्शन, हड़ताल और धरने करना सबका अपना अधिकार है। लेकिन दूसरों के अधिकार क्षेत्र के अंदर दखल देने की बात को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अगर कोई व्यक्ति ड्यूटी देता है, बस चलाता है तो कहीं शीशे तोड़ने, बदतमीजी करने या जूते की माला पहनाने की जो घटनाएं हुई है उन पर विभाग सख्त कानूनी कार्रवाई करेगा। उनके खिलाफ न केवल मुकदमे दर्ज होंगे, बल्कि गिरफ्तारियां भी करवाई जाएंगी। कोरोना काल में एकमात्र हरियाणा में पूरे 2 साल समय पर सभी कर्मचारियों को लगातार तनख्वाह दी गयी। जबकि दूसरे प्रदेशों में 7-7 महीने तक की तनख्वाह रुक गई। पूरे देश में हरियाणा रोडवेज की धूम है। ना केवल इन कर्मचारियों बल्कि जिन महाप्रबंधको का प्रदर्शन बेहद खराब रहा, जिनके कारण बसे नहीं चल पाई, उन पर भी ना केवल विभागीय बल्कि कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उनके खिलाफ विभाग चार्ज शीट की जाएगी। शर्मा ने कहा कि मैं स्वयं यह लिखूंगा कि यह अधिकारी स्टेशन देने लायक नहीं है। इसलिए इन्हें कभी महाप्रबंधक नहीं लगाया जाना चाहिए।

बता दें कि ट्रांसपोर्ट विभाग ने इस देशव्यापी हड़ताल के मध्य नजर जनता को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े, इसे लेकर सभी महाप्रबंधक के लिए 25-3-2022 मेमो नंबर 412-36/ए3/इ4 जारी किया था। जिसे लेकर ट्रांसपोर्ट सुविधा को सुचारू रखने के निर्देश दिए गए थे। इन दिशा निर्देशों की कड़ी पालना को लेकर एक रोडमैप तैयार करने को कहा गया था ताकि आम व्यक्ति को किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े। चरखी दादरी, फरीदाबाद, पलवल और सिरसा जिले के ट्रांसपोर्ट विभाग में हड़ताल का सबसे व्यापक असर देखने को मिला। जिसे लेकर चरखी दादरी के महाप्रबंधक देवदत्त, फरीदाबाद के राजीव, पलवल के सुरेंद्र और सिरसा के आर एस पुनिया के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विभाग ने तैयारी कर ली है। शर्मा ने कहा कि जो अधिकारी काम के प्रति जागरूक नहीं है, जो अपने कर्मचारियों को तैयार नहीं कर पाए, बेशक यह देशव्यापी हड़ताल थी, लेकिन बसें चलनी चाहिए थी, अधिकारियों की लापरवाही बर्दाश्त करने लायक नहीं है।

किन जिलों में कितना असर रहा
अंबाला रोडवेज बेड़े की 155 में से 104, भिवानी की 116 में से 62, चरखी दादरी की 116 में से 35, फरीदाबाद की 80 में से 5, फतेहाबाद की 105 में से 52, हिसार की 160 में से 33, जींद की 96 में से 16, कुरुक्षेत्र की 106 में से 63, कैथल की 94 में से 70, पानीपत की 95 में से 34, पलवल की 42 में से 11, पंचकूला की 118 में से 87, रोहतक की 192 में से 92, सोनीपत की 100 में से 91, सिरसा जिले की 138 में से 39, यमुनानगर की 70 में से 50 बसें सड़कों पर दौड़ी। कुछ जिलों के बड़े पर इस देशव्यापी हड़ताल का 0 फ़ीसदी असर देखने को मिला। जिसमें करनाल, नूह, रेवाड़ी शामिल है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Manisha rana

Recommended News

Related News

static