मोदी लहर के बावजूद मैंने लोकसभा चुनाव में पौने तीन लाख वोट लिए: राजकुमार बाल्मीकि
punjabkesari.in Tuesday, Mar 22, 2022 - 05:19 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): 1985 से 2021 तक जीवन की लंबी पारी कांग्रेस पार्टी के झंडे तले लड़ने वाले पूर्व विधायक राजकुमार बाल्मीकि ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा है। बता दें, राजकुमार बाल्मीकि भजन लाल के बेहद चहेते विधायक रहे हैं और 1991 से 96 तक भजनलाल सरकार में चीफ पार्लियामेंट सेक्रेट्री भी रहे। लेकिन कांग्रेस से मोह किस कारण से भंग हुआ, इस बारे उनसे विशेष चर्चा हुई। बाल्मीकि ने कहा कि हरियाणा युवा कांग्रेस से राजनीति की शुरुआत करने के बाद पार्टी ने उनकी कर्मठता और क्षेत्र की जनता का उनके प्रति लगाव को देखते हुए उन्हें 1991 में जुंडला विधानसभा आरक्षित सीट से टिकट थमाई।जहां पहले कभी कांग्रेस जीत नहीं पाई थी। उन्होंने जीत दर्ज की। 2014 में मोदी लहर के कारण कुमारी शैलजा लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर गई तो उन्हें चुनाव लड़वाया गया और बिना शैलजा की किसी मदद से पौने तीन लाख वोट उन्होंने हासिल किए।
पिछले बार टिकटों का बंटवारा सही होता तो सरकार कांग्रेस की बनती: राजकुमार बाल्मीकि
बाल्मीकि ने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी आपस में ही एक दूसरे को हराने में लगी हुई है। सभी नेता एक दूसरे गुट के उम्मीदवारों को हरवाने का काम करते हैं। अगर ऐसा ना होता और पिछली बार जो 15 से 20 सीटें गलत बांटी गई, वह सही बांटी जाती तो सरकार कांग्रेस की ही बनती। उन्होंने नीलोखेड़ी विधानसभा से चुनाव लड़ने की इच्छा बारे पुरानी चर्चा करते हुए बताया रणदीप सुरजेवाला की निसिंग में आयोजित की गई रैली में 20 से 25000 की भारी भीड़ एकत्रित करके मैंने अपनी पकड़ प्रदर्शित की। बावजूद इसके कांग्रेस पार्टी ने भाजपा से आए कार्यकर्ता बंताराम को टिकट थमा दी और वह चुनाव हार गए।
दिल्ली मॉडल के कारण पंजाब में धुरंधर और मुख्यमंत्री चेहरे हार गए : राजकुमार बाल्मीकि
बाल्मीकि ने कहा कि एसवाईएल पानी में हरियाणा को उसका हक मिलना चाहिए। जब देश के प्रधानमंत्री अरविंद केजरीवाल बनेंगे और हरियाणा में आदमी पार्टी की सरकार बनेगी, पंजाब में सरकार बन चुकी है, तो समाधान अपने आप हो जाएगा। आज पूरे देश की जनता केजरीवाल जैसे सच्चे इंसान को पसंद कर चुकी है। सच्चाई की हमेशा जीत होती आई है। आम गरीब आदमी कांग्रेस और भाजपा से दुखी है। इसलिए आम आदमी पार्टी प्रदेश और केंद्र की सत्ता पर काबिज होगी। पंजाब की तरह हरियाणा के लोग भी बिजली- पानी फ्री चाहते हैं। किसान अपना कर्जा माफी चाहता है। व्यापारी शांति से व्यापार करना चाहता है। पंजाब में भगवंत मान जैसे लोकप्रिय व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाना एक सराहनीय कदम है और पहले दिन मान ने कुर्सी संभालते ही अपने वायदों को पूरा करना शुरू कर दिया है। केजरीवाल के दिल्ली मॉडल के कारण पंजाब में धुरंधर और मुख्यमंत्री चेहरे हार गए। कांग्रेस के वक्त जब दिल्ली में ड्यूटी लगी तो बाल्मीकि समाज मे समाज में गया तो वह बोले कि झाड़ू का निशान हमारा है और हम वोट केजरीवाल को ही देंगे। दिल्ली में व्यापारी - मजदूर - किसान - झुग्गी - झोपड़ी सभी ने दिल खोलकर केजरीवाल को वोट दिया और अब देश की जनता इंतजार कर रही है कि कब वोट आए और केजरीवाल को प्रधानमंत्री बनाएं।
टिकट के लालच में नहीं आया ''आप'' में, मात्र सेवाभाव उद्देश्य : राजकुमार बाल्मीकि
बातचीत के दौरान कुमारी शैलजा के प्रति उनका गुस्सा और दर्द खूब फूटा। उन्होंने कहा कि अंबाला लोकसभा क्षेत्र में लगभग साढे तीन लाख वोटर दलित समाज से हैं। वह अवश्य ही दलित नेता बनती हैं।लेकिन अगर दलित समाज ही उनके साथ हो तो वह कभी चुनाव ना हारे। इस मौके पर बाल्मीकि ने कहा कि आम आदमी पार्टी में टिकट के लालच से नहीं आया, मात्र सेवा भाव ही उनका उद्देश्य है। दिल्ली में जब पार्टी ज्वाइन की तो वहां भी यही कह कर आया हूं कि बिना लालच पार्टी ज्वाइन कर रहा हूं।
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