दीपेंद्र के राज्यसभा प्रत्याशी बनने से अब हुड्डा और शैलजा के बीच बढ़ सकती हैं दूरियां

punjabkesari.in Saturday, Mar 14, 2020 - 08:47 AM (IST)

चंडीगढ़ : दीपेंद्र हुड्डा को कांग्रेस से राज्यसभा प्रत्याशी बनवाकर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हाईकमान और प्रदेश में अपने वर्चस्व का इजहार किया है। वहीं पिता ने बेटे के भाविष्य की राजनीति को ध्यान में रख यह पासा फैंका है। दीपेंद्र के राज्यसभा में पहुंचने पर वह हरियाणा से कांग्रेस के एकमात्र सांसद होंगे क्योंकि लोकसभा के 10 सांसद और राज्यसभा के अन्य सांसद भाजपा से हैं। ऐसे में ऊपरी सदन में अब हरियाणा से कांग्रेस की उपस्थिति भी दर्ज हो जाएगी।

दीपेंद्र के राज्यसभा प्रत्याशी बनने से हुड्डा और शैलजा के बीच दूरियां बढ़ सकती हैं क्योंकि सीट शैलजा के कार्यकाल पूरा होने से रिक्त हुई है। माना जा रहा था कि शैलजा ही प्रत्याशी होंगी लेकिन ऐन वक्त पर गत शाम हाईकमान ने दीपेन्द्र को प्रत्याशी घोषित कर दिया। यही नहीं दीपेंद्र के नामांकन भरने दौरान शैलजा खेमे से माने वाले विधायकों की उपस्थिति भी खासी चर्चा का विषय बनी रही। उनके साथ 28 विधायक पहुंचे थे जबकि निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू भी समर्थन में खड़े दिखाई दिए।

किरण चौधरी, कुलदीप बिश्नोई ने दूरी बनाए रखी जबकि 3 दिन पूर्व हुड्डा के लंच दौरान भी नहीं पहुंचे थे। श्रीकृष्ण हुड्डा बीमार हैं जिसके चलते विधानसभा सत्र में नहीं आ सके थे और अब भी नहीं पहुंच पाए। कांग्रेस के 31 विधायक हैं। दूसरी ओर दीपेन्द्र का दावा कि कांग्रेस एकजुट है और जो विधायक नहीं पहुंचे, उनका समर्थन भी हासिल है। उन्होंने यहां तक दावा किया कि कई अन्य विधायक भी संपर्क में थे। 


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Isha

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