किसी भी महामारी से निपटने के लिए डॉक्टर सीख रहे हैं नई तकनीक, दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

punjabkesari.in Saturday, Oct 01, 2022 - 07:17 PM (IST)

रोहतक(दीपक): पंडित बीडी शर्मा पीजीआईएमएस के एनेस्थीसिया विभाग में प्रोफेसर डॉ प्रीति ने बताया की कोरोना काल से सीख लेकर अब पीजीआई हर विभाग के डॉक्टर को किसी भी महामारी से निपटने के लिए प्राथमिक बातें सिखाने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि वह एनेस्थीसिया विभाग में प्रोफेसर हैं और उनका काम ऑपरेशन के समय मरीज को बेहोश करना होता है,लेकिन अब कोई भी बड़ी विपत्ति होने पर वह सभी तकनीक सीख रही हैं, जो उस बीमारी से निपटने के लिए मरीज को बचाने का काम करेंगी। यह संयुक्त कार्यशाला है और इसमें डॉक्टरों को मरीज की जान बचाने के लिए काफी महत्वपूर्ण तकनीक सिखाई जा रही हैं। इसलिए इसका थीम इंट्रडिसीप्लिनरी अप्रोच रखा है।

उन्होंने कहा कि इसमें सभी विभाग के डॉक्टरों को किसी भी बड़ी विपत्ति से निपटने के लिए वेंटिलेटर के प्रयोग और मरीज को सांस देने की अलग-अलग विधि सिखाई जा रही हैं। साथ ही डॉक्टरों को मरीजों के लिए कम से कम और सही मात्रा में एंटीबायोटिक की सिफारिस करने की सही विधि भी बताई जा रही है। ताकि एंटीबायोटिक दवाइयों की मरीज में रोग प्रतिरोधक क्षमता किसी भी तरीके से घटने ना पाए। पलमोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन के विभागा अध्यक्ष ध्रुव चौधरी और एनेस्थीसिया विभाग में प्रोफेसर डॉ प्रीति ने बताया की वर्कशॉप में रेजिडेंट डॉक्टर जूनियर डॉक्टर नर्सेज के अतिरिक्त काफी संख्या में बाहर से भी डॉक्टर भाग ले रहे हैं।

पंडित बीडी शर्मा पीजीआइएमएस के पलमोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन के विभागा अध्यक्ष डॉ चौधरी ने बताया कि कोरोना काल में मेडिसन विभाग और क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग द्वारा कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहा था, जिनमें से काफी डॉक्टर कोरोना से संक्रमित हो गई थे। जिसके चलते पीजीआई में डॉक्टरों की भारी कमी हो गई थी। अगर कुछ डॉक्टर बचे भी थे तो उन्हें कोरोनो से निपटने की तकनीकों का ज्ञान नहीं था,जिससे मरीजों को काफी असुविधा हो रही थी। कोरोना काल में ही पीजीआई को बड़ी सीख मिली और अब पीजीआई के सभी डॉक्टरों की एक संयुक्त कार्यशाला का 2 दिन के लिए आयोजन किया गया है,जिसमें सभी विभाग के डॉक्टरों जैसे गायनी, ऑर्थो ,बच्चों के डॉक्टर, आंखों के डॉक्टर समेत अन्य विभाग को डॉक्टरों को भी प्राथमिक तकनीकी सिखाई जाएंगी।  

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Content Editor

Ajay Kumar Sharma

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