कोरोना के चलते न.प. को लगा करोड़ों का फटका, पिछले काफी अर्से से बंद पड़े विकास कार्य

punjabkesari.in Thursday, Jan 14, 2021 - 08:48 AM (IST)

कुरुक्षेत्र : कोरोना काल के चलते नगर परिषद को करोड़ों का फटका लगा है। सरकार की तरफ से आने वाली ग्रांट से होने वाले विकास कार्य भी पिछले काफी अर्से से बंद पड़े थे, अब सरकार के दिशा निर्देशों अनुसार लंबित कार्यों को पूरा करने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। सरकारी विभागों के लंबित पड़े प्रॉपर्टी टैक्स के बारे में नगरपरिषद अधिकारियों ने कई बार नोटिस भी जारी किए लेकिन रिकवरी नहीं हो पा रही। 

वर्ष 2020 के मार्च माह के प्रथम सप्ताह में नगरपरिषद थानेसर की हुई बैठक में बजट पारित हुआ था, जिसमें 35 करोड़ 50 लाख रुपए का प्रावधान किया गया था जबकि वर्ष 2019 में तकरीबन 31 करोड़ का बजट पारित किया था। 1 अप्रैल 2020 से 31 दिसम्बर 2020 तक नगरपरिषद थानेसर को हाऊस टैक्स से 1 करोड़ 71 लाख, दुकानों के किराये से 41 लाख, डिवैलपमैंट चार्जिज से 2 करोड़ा 48 लाख, स्टाम ड्यूटी से 6 करोड़ 6 लाख, डोर-टू-डोर कोलैक्शन से 40 लाख की आमदन हुई थी जोकि पिछले वर्ष से काफी कम है। कोरोना महामारी के चलते रिकवरी नहीं हो पाई। नगरपरिषद अधिकारियों के मुताबिक अब रिकवरी के लिए तेजी से कवायद आरम्भ कर दी गई है। वहीं लंबित पड़े विकास कार्यों तथा विभिन्न स्कीमों से आने वाली राशि भी प्रयोग की जा रही है ताकि शहर का विकास गति पकड़ सके। करीब 21 करोड़ रुपए की राशि नगरपरिषद के कर्मचारियों के वेतन व पैंशनधारियों को दी जाती है। 

सबसे ज्यादा आमदन स्टाम ड्यूटी से 
थानेसर नगर परिषद को सबसे बड़ी आमदन स्टाम ड्यूटी से होती है कोरोना काल के चलते इस बार स्टाम ड्यूटी न.प. के खाते में कम आई। न.प. सूत्रों के मुताबिक नगरपरिषद के खाते में हर साल स्टांप ड्यूटी से 15 करोड़ रुपए आते हैं, जबकि इसके बाद हाउस टैक्स रिकवरी से 3 करोड़, डिवैलपमैंट चार्जेस से 2 करोड़ और इलैक्ट्रिसिटी ड्यूटी से 2 करोड़ रुपए की आमदन होती है। अब सरकार ने नगर परिषद की शॉपस को मालिकाना हक दिलाने के लिए एक स्कीम बनाई है, जिसके लिए अब नगर परिषद को काफी ज्यादा आमदन आने की उम्मीद है। इससे कई लंबित पड़े प्रोजैक्ट पूरा होने की संभावना है। वहीं कुछ अन्य नए प्रोजैक्ट भी तैयार करने के लिए उच्च अधिकारियों से मशवरा किया जा रहा है।

कम हुई डोर-टू-डोर आमदन
थानेसर नगर परिषद की कूड़े के डोर-टू-डोर कलैक्शन से साढ़े 3 करोड़ की आमदन की प्रपोजल तैयार की गई थी लेकिन जब से इसे चालू किया गया, अभी तक करीब 40 लाख रुपए ही एकत्रित हुए। वहीं निस्तारण प्लांट न लगने से शहर वासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। करीब 2 करोड़ 80 लाख रुपए इस प्लांट के पहले चरण पर खर्च किए जाने हैं। कूड़ा निस्तारण प्लांट के लिए 2013-14 में उपरोक्त राशि आई थी। 


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Manisha rana

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