खुलासा: भाइयों का पक्ष लेने पर जेठ को उतारा था मौत के घाट, 3 महिलाओं सहित 7 आरोपी गिरफ्तार

punjabkesari.in Saturday, Oct 03, 2020 - 01:58 PM (IST)

सोनीपत (पवन राठी): सोनीपत के कुंडली थाना पुलिस ने व्यक्ति का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या व शव को खुर्द-बुर्द करने के सनसनीखेज मामले से पर्दा उठाते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में मृतक के छोटे भाइयों की पत्नियां, उनका भाई, मां, बेटा व बेटे के दो दोस्त शामिल हैं। 

आरोपी महिलाओं ने एक साल पहले हुए घरेलू झगड़े में अपने भाइयों का पक्ष लेने की रंजिश में अपने जेठ की हत्या कर डाली। आरोपी पहले मृतक को बहाने से दिल्ली में यमुना के पास ले गए और वहां गला दबाने के बाद सिर में रॉड मारकर हत्या कर दी थी। बाद में शव को यमुना में फेंक दिया था। जिसे दिल्ली पुलिस ने बरामद किया था। मामले में चार आरोपियों को रिमांड पर लिया गया है।

मूलरूप से उत्तर प्रदेश के जिला बागपत के गांव किरठल का धर्मेंद्र (45) फिलहाल प्याऊ मनियारी में किराए पर रहता था। वह अविवाहित था। 4 सितंबर को वह अचानक लापता हो गया था। धर्मेंद्र के भाई सितेंद्र व हरेंद्र ने 6 सितंबर को कुंडली थाना में उसकी गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कराया था। इसी बीच 7 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने यमुना नदी से एक शव बरामद किया था। बाद में जिसकी पहचान धर्मेंद्र के रूप में हुई थी। 

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पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया कि धर्मेंद्र की गला दबाकर व सिर में ठोस वस्तु से हमला कर हत्या की गई थी। यह मामला कुंडली पुलिस के पास भेज दिया गया। पुलिस ने मामले में जांच शुरू की तो पता लगा कि धर्मेंद्र का उसके भाइयों के ससुराल पक्ष के साथ झगड़ा हुआ था। जिस पर जांच अधिकारी एसआई शमशेर की टीम ने कार्रवाई करते हुए धर्मेंद्र के छोटे भाई सितेंद्र की पत्नी पूनम व पूनम की सगी बहन और हरेंद्र की पत्नी बबली के साथ सास गांव सिलाना बागपत निवासी ओमवती, साले राहुल को शक के आधार पर पकड़कर पूछताछ की। 

उनसे पूछताछ में पता लगा कि उन्होंने सितेंद्र के बेटे निखिल व निखिल के दोस्त कुंडली निवासी राहुल कुमार और अंकित के साथ मिलकर धर्मेंद्र की हत्या की और शव को खुर्द-बुर्द करने के लिए यमुना में फेंक दिया था। पुलिस ने निखिल व उसके दो दोस्तों को भी गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपियों को काबू करने के बाद शुक्रवार को अदालत में पेश किया, जहां दोनों बहनों व उनकी मां को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं चार अन्य आरोपियों को दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।

आरोपियों से शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि धर्मेंद्र प्याऊ मनियारी में रहता था, पूनम व बबली भी परिवार के साथ प्याऊ मनियारी में किराए पर रह रही थी। इसके चलते कई बार वह आपस में मिले चुके थे। पूनम व बबली ने अपनी रंजिश को पूरा करने के लिए षड्यंत्र रच डाला। उन्होंने अपने भाई राहुल व बेटे निखिल को शामिल कर लिया। 

उन्होंने धर्मेंद्र को बहाने से मिलने को कहा। इसके बाद वह धर्मेंद्र को 4 सितंबर को बाइक पर बैठाकर दिल्ली के गांव पल्ला के पास ले गए। वहां पर सातों आरोपी मौजूद रहे। उन्होंने यमुना किनारे पहले धर्मेंद्र का गला दबाया और बाद में सिर पर रॉड से हमला कर दिया। उसके बाद शव को खुर्द-बुर्द करने के लिए यमुना में फेंक दिया था। 

धर्मेंद्र के भाई सितेंद्र व हरेंद्र की शादी सिलाना निवासी पूनम व बबली के साथ हुई थी। दोनों भाइयों का अपनी पत्नियों के साथ विवाद हो गया था। जिसमें एक साल पहले समझौते के लिए पंचायती तौर पर दोनों पक्ष एकत्रित हुए थे। वहां फिर से झगड़ा होने पर मारपीट हो गई थी। जिसमें धर्मेंद्र ने अपने भाईयों का पक्ष लिया था। जिसके चलते ही पूनम व बबली ने धर्मेंद्र से रंजिश पाल रखी थी।


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vinod kumar

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