नगर परिषद का EO 35,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, बिल पास करने के लिए मांगी थी राशि
punjabkesari.in Thursday, Jul 30, 2020 - 10:15 AM (IST)
भिवानी (सुखबीर) : हिसार विजीलैंस की टीम ने बुधवार देर शाम नगर परिषद के ई.ओ. दीपक गोयल को 35,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया हैै। विजीलैंस ने यह कार्रवाई शहर के हनुमान ढाणी निवासी ठेकेदार विशाल ऊर्फ काकू की शिकायत पर की है। आरोपी अधिकारी को वीरवार को अदालत में पेश किया जाएगा। इस बारे में ठेकेदार विशाल ने हिसार विजीलैंस को बुधवार को एक शिकायत दी थी। उसमें उसने बताया कि वह नगर परिषद में ठेकेदारी का कार्य करता है। उसे पिछले दिनों शहर की गलियों का ठेका दिया गया था जिसे उसने पूरा कर दिया। यह काम उसने करीब 14 लाख में पूरा किया था।
विशाल के अनुसार कार्य पूरा होने के बाद उसने उन गलियों के निर्माण पर खर्च किए पैसों के बिल नगर परिषद कार्यालय में जमा करवा दिए। मगर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी दीपक गोयल उसके बिल पास करने की एवज में 35,000 रुपए रिश्वत मांग रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए उसने इसकी शिकायत हिसार विजीलैंस को दी। इस पर हिसार विजीलैंस की ओर से डी.एस.पी. विजेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया।
प्रशासन को अवगत करवा नायब तहसीलदार को बनाया ड्यूटी मजिस्ट्रेट
इसके बाद विजीलैंस ने इस बारे में जिला प्रशासन को अवगत कराया तो प्रशासन ने नायब तहसीलदार रामचंद्र को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त कर विजीलैंस के साथ भेज दिया। इसके बाद विजीलैंस ने बुधवार दोपहर बाद से ही नगर परिषद कार्यालय के बाहर अपनी टीम नियुक्त कर दी। मगर दिन में ई.ओ. चंडीगढ़ किसी काम के लिए गए हुए थे और वे शाम करीब 6 बजे कार्यालय आकर कुछ काम निपटाने लगे। इसकी जानकारी मिलने पर विजीलैंस ने ठेकेदार को 35,000 के नोटों पर हस्ताक्षर कर उसे थमाते हुए ई.ओ. को देने उसके कार्यालय भेज दिया।
इशारा मिलते ही विजीलैंस ने दबोचा
इसके बाद ठेकेदार ने ई.ओ. के कार्यालय में घुस उसे 35,000 रुपए थमा दिए। इसका इशारा मिलने के बाद विजीलैंस की टीम ने ई.ओ. के कार्यालय में घुस उससे रिश्वत के रूप में लिए 35,000 बरामद कर उसे गिरफ्तार कर उसके खिलाफ विजिलैंस ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया। वहीं विजिलेंस की गिरफ्त में आने के बाद उक्त आरोपी अधिकारी कह रहा था कि उसने किसी से रिश्वत नहीं ली। उन्होंने कहा कि यह पैसे ठेकेदार ने उसके तकिए के नीचे रखने के बाद विजीलैंस को बुलाकर उसे धोखे से फंसाया है।