...तो साइबर ठगी में बैंक कर्मचारी भी हैं शामिल !
punjabkesari.in Wednesday, Jun 04, 2025 - 05:41 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): साइबर ठगी के मामलो में बैंक के कर्मचारियों और पूर्व कर्मचारियों का नाम सामने आने लगा है। ऐसे में साफ है कि लोगों की फाइनेंशियल जानकारी रखने वाले बैंक कर्मचारी ही लोगों के बैंक खाते में सेंध लगाने में आगे आ रहे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गुड़गांव पुलिस ने साइबर फ्रॉड के मामले में बैंक के पूर्व मैनेजर सहित दो लोगों को अब काबू किया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। अब तक गुड़गांव पुलिस ने 33 बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है।
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पुलिस के मुताबिक, 31 मई को मानेसर अपराध शाखा की टीम को एक व्यक्ति ने बताया था कि उससे स्टॉक ट्रेडिंग के नाम पर ठगी की गई है। इस शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को कल आगरा उत्तर प्रदेश से काबू किया। आरोपियों की पहचान आगरा के रहने वाले आयुष कुमार व विवेक पाठक के रूप में हुई। पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने ठगी की रकम में से 25 लाख रुपए रुपए विवेक पाठक के बैंक खाते में ट्रांसफर किए थे। आरोपी विवेक पाठक ने यह बैंक खाता अपने साथी आयुष को बेचा हुआ था जिसके लिए वह ठगी की रकम का 2 प्रतिशत कमीशन लेता था।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि आयुष कुमार पहले आईडीएफसी बेंक में मैनेजर था। आयुष ने विवेक के बैंक खाते को अपने किसी दूसरे साथी को बेचा हुआ था। इस बैंक में आने वाली ठगी की रकम को चार प्रतिशत आयुष लेता था जबकि दो प्रतिशत वह विवेक को कमीशन देता था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जा रहा है। पूछताछ के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।