अपने ही दोस्त से गच्चा खा गया पुलिसकर्मी, ट्रांसफर करवाने के नाम पर दोस्त ने केंद्रीय मंत्री का पीए बनकर की ठगी
punjabkesari.in Wednesday, Jul 16, 2025 - 07:41 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): आपराधिक वारदातों को जल्द और बड़े ही चालाक तरीके से सुलझाने वाली हरियाणा पुलिस का एक जवान अपने ही दोस्त से गच्चा खा गया। पुलिसकर्मी ने अपने दोस्त पर आंख बंद कर विश्वास तो कर लिया, लेकिन दोस्त भी विश्वासघाती निकला और उसने पुलिसकर्मी की मजबूरी का फायदा उठाकर रुपए ठग लिए। हालांकि पुलिसकर्मी ने अभी 20 हजार रुपए ही दिए थे, लेकिन जैसे ही 30 हजार रुपए की और मांग आई तो वह अपने दोस्त की आवाज पहचान गया और उसने गुड़गांव पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया है।
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पुलिस के मुताबिक, हरियाणा पुलिस का एक जवान अपना ट्रांसफर कराना चाहता था। अपने ट्रांसफर करवाने को लेकर वह काफी परेशान था। 16 जुलाई को सेक्टर-18 थाने में दी शिकायत में जवान ने बताया कि जून 2025 में उसके एक दोस्त के माध्यम से सुनील नामक व्यक्ति से मिला था। सुनील ने उसे बताया था कि उसकी जानकारी बड़े-बड़े अधिकारियों और मंत्रियों से है। केंद्रीय मंत्री का पीए नवीन कौशिक उसका घनिष्ठ मित्र है। ऐसे में जवान ने उसे अपना दुखड़ा बताया और अपना ट्रांसफर करवाने की सुनील से गुहार लगाई। सुनील ने भी इस कार्य के लिए हरियाणा पुलिस के जवान से 50 हजार रुपए मांग लिए।
पुलिस जवान ने शिकायत में बताया कि 9 जुलाई को उसने 50 हजार में से 20 हजार रुपए सुनील को यूपीआई के जरिए ट्रांसफर कर दिए। यह रुपए देने के बाद भी उसकी ट्रांसफर नहीं हुई। 15 जुलाई को उसके पास एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद की पहचान केंद्रीय मंत्री के पीए नवीन कौशिक के रूप में कराते हुए कहा कि तुम्हारा ट्रांसफर हो जाएगा और बचे हुए रुपए सुनील को भेज दो। इस पर वह केंद्रीय मंत्री के पीए के रूप में बात करने वाले व्यक्ति की आवाज को पहचान गया जो कि सुनील की ही आवाज थी। इस पर हरियाणा पुलिस के जवान को अपने साथ ठगी होने का अहसास हुआ जिसके बाद उसने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया।
पुलिस ने आज आरोपी सुनील को गुड़गांव से काबू कर लिया। आरोपी सुनील कुमार रेवाड़ी के जैनाबाद का रहने वाला है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सुनील पर 50 लाख रुपए का कर्ज है। जिसके चलते सुनील ने बड़े अधिकारियों और मंत्रियों से जानकारी होने की बात कहकर यह रुपए ट्रांसफर कराए थे ताकि कर्ज उतारने के लिए वह रुपयों का इंतजाम कर सके। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है।