पढ़ाई के लिए ''मौत का सफर'' कर रहीं छात्राएं, बसों में लटक कर जाती हैं कॉलेज
punjabkesari.in Tuesday, Sep 13, 2022 - 04:05 PM (IST)

फतेहाबाद (रमेश भट्ट) : प्रदेश में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए सरकार की तरह की योजनाएं बना रही है। मगर ऐसे भी बच्चे हैं जिन्हें मूलभूत सुविधाओं के अभाव और विपरीत परिस्थितियों में शिक्षा प्राप्त करनी पड़ रही है। फतेहाबाद के शहर रतिया की महिला कॉलेज की छात्राओं को पढ़ाई करने के लिए शहर से तीन किलोमीटर बाहर बने कॉलेज में जाना पड़ता है और उन्हें जाने के लिए बसों में लटक कर सफर करना पड़ता है और अपनी जान दांव पर लगाते हुए सफर तय करना पड़ता है।
छात्राओं ने कहा कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के बारे में बोलती है लेकिन यह कैसा अभियान है जहां बेटियों के लिए बस भी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि महिला कॉलेज में 1200 से भी ज्यादा छात्राएं यहां पर पढ़ती हैं लेकिन यहां पर बस की सुविधा नहीं है। शहर से तीन किलोमीटर दूर कॉलेज होने के कारण हमें पैदल भी जाना पड़ता है और हमें कॉलेज में कभी कभार बस न मिलने के चलते शाम भी हो जाती है। छात्राओं ने बताया कि सरकार द्वारा एक ही बस मुहैया करवाई गई है जोकि बार-बार वहीं चक्कर लगाकर छात्राओं को बस स्टैंड पहुंचाने का काम करती है। छात्राओं ने मांग की है कि बस की समस्या को दूर किया जाए और नई बसें लगाकर उनको सुविधा उपलब्ध करवाई जाए ताकि हम बड़ी आसानी से आ जा सके और हमें किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े।
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