गुड़गांव पुलिस ने गिरफ्तार किए मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी

punjabkesari.in Thursday, Apr 04, 2024 - 03:17 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर महिला को हाउस अरेस्ट करने का डर दिखाकर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को गुड़गांव पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए दो आरोपियों द्वारा साइबर ठगी की गई थी जबकि एक आरोपी द्वारा फर्जी तरीके से आधार कार्ड, पासपोर्ट सहित अन्य दस्तावेज बनवाए गए थे।

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पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 30 बैंक खातों के दस्तावेज बरामद करने के साथ ही फर्जी तरीके से बनाए गए आधार कार्ड, पासपोर्ट सहित अन्य दस्तावेज बरामद कर लिए हैं। आरोपियों को अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है। एसीपी प्रियांशु दिवान के मुताबिक, तीनों ही आरोपी राजस्थान के अजमेर जिले के रहने वाले हैं और पिछले छह महीने से साइबर क्राइम की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। यह आरोपी लोगों को फोन कर उनके नाम पर फेडेक्स पार्सल के जरिए अवैध सामग्री विदेश में भेजने का डर दिखाकर उन्हें हाउस अरेस्ट किए जाने की बात कही जाती थी और उनसे रुपए ट्रांसफर कराए जाते थे।

 

एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दिवान के मुताबिक, इस साइबर फ्रॉड का खुलासा उस वक्त हुआ जब 23 मार्च को साइबर थाना मानेसर पुलिस को एक महिला ने अपने साथ हुए इस तरह के फ्रॉड की जानकारी दी। महिला ने पुलिस को बताया था कि उन्हें अज्ञात नंबर से कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच से बात करना बताया और एक पार्सल का जिक्र करते हुए उसे हाउस अरेस्ट कर लिया। इसके बाद उसे डर दिखाकर रुपए ट्रांसफर कराए गए। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो दो आरोपी अजमेर के नागौर क्षेत्र के रहने वाले आशुतोष और मोहित हत्थे चढ़ गए। आरोपियों से पूछताछ के दौरान सामने आया कि आशुतोष इस पूरे फ्रॉड का मास्टर माइंड है। उसने दो आधार कार्ड बनवाए हुए हैं। पूछताछ के दौरान अजमेर के ही रहने वाले महावीर के बारे में पता लगा जिसे भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने फर्जी दस्तावेज तैयार कर अपने रिश्तेदारों, परिचितों के नाम पर बैंक खाते खुलवाए और ठगी की रकम उन बैंक खातों में मंगवाने लगे।

 

फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल को साइबर सेल में भेज दिया है ताकि उनके नंबरों के जरिए हुई ठगी की वारदातों का पता लगाया जा सके। वहीं, आरोपियों से पूछताछ कर उनसे वारदातों का खुलासा किया जा रहा है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर उनके पास किसी अंजान नंबर से कॉल आता है और वह किसी भी तरह से उनसे रुपए मांगते हैं तो इसकी जानकारी साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें ताकि ऐसे साइबर अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सके।


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Content Editor

Pawan Kumar Sethi

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