शाम ढलते ही साइबर सिटी बनता है हाईप्रोफाइल कॉलगर्ल्स का ‘बाजार’
punjabkesari.in Monday, Dec 19, 2016 - 04:12 PM (IST)

गुड़गांव (मार्कण्डेय): विकास और आधुनिकता की पर्याय साइबर सिटी शाम ढलते ही जिश्मफरोसी के अड्डे में बदल जाती है। जबकि शहर के कई ऐसे स्थान है जहां सड़कों पर दिनभर ग्राहकों से मोलभाव चलता रहता है। गुरुग्राम का इफ्को चौक मेट्रो से लेकर, सिकंदरपुर मेट्रो के नीचे हाई-वे पर शाम ढलते ही देहव्यापार की मंडी गुलजार हो जाती है।
मिली जानकारी के अनुसार हाई-वे के बीच में बने डिवाइडर और उन पर लगे पेड़-पौधों की आड़ लेकर ये देशी-विदेशी युवतियां अपने ग्राहकों के इंतजार में देर रात तक खड़ी रहती हैं। दो हजार से लेकर 20 हजार के बीच ये अपने जिस्म का सौदा तय करती हैं। पुलिस पिकेट मौजूद होने के बाद भी ये बेखौफ अपने धंधे को अंजाम देती हैं। यहां पर मौजूद दर्जनों पब और बार सहित नाइट क्लबों में जहां देर रात तक शराब पीने वाले शौकिनों का जमावड़ा लगा रहता है। वहीं ये पब और बार सहित क्लब इनके धंधे को और भी रफ्तार देता है। इफ्को चौक के आस-पास भी इस तरह के धंधे में लिप्त महिलाएं रातभर मौजूद रहती है। हद तो यह कि ओल्ड गुड़गांव के सदर बाजार के पास नागरिक अस्पताल से सोहना चौक जाने वाली सड़क पर दिनभर जिश्मफरोशी का धंधा करने वाली महिलाओं के साथ ग्राहकों का मोलभाव चलता रहता है। स्थानीय निवासियों ने जब कभी पुलिस को सूचित किया अथवा 100 नंबर पर फोन करके अपनी आपत्ति दर्ज कराई तो पुलिस एक रश्मी कार्रवाई कर इन्हें छोड़ देती है। अगले दिन फिर से ये बेखौफ होकर अपने धंधे में लग जाती हैं।
लड़कियां पहुंचाने का कोडवर्ड है कोरियर
इस धंधे को बढ़ावा देने वालों में साइबर सिटी के युवा भी लगे हुए हैं। व्हाट्सएप पर फोटो दिखाकर पैसा तय किया जाता है और इसे होटलों, रेस्त्रा, लॉज आदि में पहुंचाने को इस धंधे में कोरियर कहा जाता है। यदि माह में चार-छह कोरियर भेजने का मौका मिल जाता है तो युवाओं को 50 हजार से एक लाख तक की आमदनी हो जाती है। जिसके बाद वे इन पैसों को ऐशों आराम पर खर्च करते हैं।
ऑटो वाले ग्राहकों की करते हैं मदद
शहर में चलने वालों ऑटो वाले भी इस काली कमाई के धंधे में मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। पुलिस और असामाजिक तत्वों की छेड़छाड़ से बचने के लिए बकायदा ऑटो को बुक कर लिया जाता है। ये ऑटो धंधे के क्षेत्र में महिलाओं को बैठाकर फेरा लगाते रहते हैं साथ ही ग्राहकों की नजर पहचानते ही रूक जाते हैं। ऑटो में बैठकर ही मोलभाव कर लिया जाता है।
अफ्रीकन व यूरोप की लड़कियां भी है धंधे में
देह के इस धंधे में बंगाल, बिहार, हरियाणा से लेकर नेपाल, नाईजीरीया और अफ्रीकन देशों की लड़कियां भी लगी हुई है। यहां तक कि हाईप्रोफाइल लड़कियां अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए भी अब इस धंधे को तत्काल पैसा कमाने का आसान तरीका मानकर आने लगी है।
बंद किए नोट भी इस धंधे में स्वीकार
नोटबंदी का बाजार में चाहे लाख प्रभाव पड़ा हो लेकिन देह व्यापार के धंधे में पुराने नोट भी स्वीकार किए जा रहे हैं। ग्राहकों को बातचीत में पहले ही बता दिया जाता है कि पुराने या नए नोट दोनों ही ले लिया जाएगा। गुड़गांव में जगह-जगह पसरे इस धंधे के माध्यम से लाखों के पुराने नोट चलाए जा रहे हैं।