महाराष्ट्र में संगठन के गठन के बाद सक्रिय हुए हरियाणा कांग्रेस के नेता

punjabkesari.in Tuesday, Jul 16, 2019 - 09:46 AM (IST)

फरीदाबाद (महावीर): प्रदेश कांग्रेस में एक बार फिर संगठन में बदलाव की आहट सुनाई दे रही है। इसका प्रमाण इस बात से मिलता है कि दिल्ली में सोमवार को हरियाणा के नेताओं की काफी सक्रियता देखी गई। प्रदेश कांग्रेस के दिगगज नई कार्यकारिणी में स्थान पाने के लिए आज लॉबिंग करते देखे गए। अखिल भारतीय कांगे्रस कमेटी के नेताओं के साथ संपर्क साधने वाले इन नेताओं का मकसद प्रदेश की नई कार्यकारिणी में जिम्मेवारी हासिल करना है।

दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति से पूर्व ही महाराष्ट्र में कांग्रेस के संगठन में किए गए बदलाव से अब हरियाणा कांग्रेस के नेताओं में भी हरियाणा को लेकर उम्मीदें जाग गई हैं। यही कारण है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा दिल्ली में अपनी लॉबिंग करने के बाद दोपहर को रोहतक रवाना हो गए। इसके बाद वे दो दिन चंडीगढ़ रहेंगे। उनकी गैर हाजिरी में उनके पुत्र व पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा व उनके समर्थक नेता मोर्चा संभालेंगे। इसी प्रकार कांग्रेस के अन्य प्रदेश स्तरीय नेता भी अपने-अपने आकाओं से पैरवी कराने के लिए सक्रिय हो गए हैं। 

कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति के बिना ही कांग्रेस के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल द्वारा जिस प्रकार महाराष्ट्र कांग्रेस की कार्यकारिणी में बदलाव कर एक अध्यक्ष के साथ 5 कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं,उससे हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी सक्रिय हो गए हैं। दरअसल, राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद यह माना जा रहा था कि हरियाणा में फिलहाल संगठन बदलाव को लेकर कोई स्थिति नजर नहीं आ रही है क्योंकि नए अध्यक्ष की नियुक्ति से पूर्व प्रदेश में निर्णय लेना संभव नहीं है।

इतना ही नहीं इस मामले में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा प्रभारी गुलाम नबी आजाद भी कई बार बयान दे चुके हैं कि बिना राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति के प्रदेश में परिवर्तन की बात करना उचित नहीं है। महाराष्ट्र में कांग्रेस कार्यकारिणी बदलाव के बाद यह साफ हो गया है कि हरियाणा में भी बिना राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति के ही परिवर्तन होने जा रहा है। दरअसल, कांग्रेस उन रा’यों में प्राथमिकता के आधार पर निर्णय ले रही है जहां आगामी चंद माह में चुनाव हैं।

हरियाणा और महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव एक साथ होना है। इसलिए संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी में भी संगठनात्मक बदलाव किए जा सकते हैं। इन्हीं संभावनाओं के कारण प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, उनके पुत्र पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा, वर्तमान अध्यक्ष अशोक तंवर, कैप्टन अजय यादव, कुमारी शैलजा व किरण चौधरी अपने-अपने स्तर पर कांग्रेस आलाकमान से पैरवी करने में जुट गए हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि महाराष्ट्र की तर्ज पर हरियाणा में 5 कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं। 

शांत हुए हुड्डा समर्थक विधायक
महाराष्ट्र कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव के बाद अब हुडा समर्थक विधायक शांत नजर आ रहे हैं। दरअसल, इन विधायकों ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को 15 जुलाई तक का वक्त दिया था। 15 जुलाई के बाद कुछ विधायकों ने अपने स्तर पर निर्णय लेने की बात भी कह दी थी। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस में बदलाव के बाद अब हुड्डा समर्थक विधायकों को कहीं न कहीं अनुमान है कि हरियाणा में भी संगठनात्मक बदलाव जल्द संभव है।

हालांकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस मामले में पहले से ही अपने समर्थक विधायकों को आश्वासन देते रहे हैं लेकिन लंबे समय से कुछ न होने के कारण विधायकों का संयम जबाब दे रहा था। महाराष्ट्र में जिस प्रकार संगठनात्मक बदलाव राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति से पूर्व हो गया है, उससे हरियाणा के नेताओं में भी उम्मीद बंध गई है इसलिए 15 जुलाई तक का अल्टीमेटम देने वाले हुड्डा समर्थक विधायक अब कुछ दिन और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ रहेंगे और संगठनात्मक बदलाव का इंतजार करेंगे। हुड्डा समर्थक कई विधायक ऐसे हैं जो स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने की बात कर रहे थे लेकिन अब वे भी शांत नजर आ रहे हैं। 


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Edited By

Naveen Dalal

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