हरियाणा को मिला वाटर कंजर्वेशन अवार्ड, केशनी आनंद अरोड़ा ने सीएम खट्टर की नीतियों को दिया श्रेय
punjabkesari.in Tuesday, Mar 29, 2022 - 07:33 PM (IST)

चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) हरियाणा को देशभर में पहला स्थान हासिल करने पर वाटर कंजर्वेशन अवार्ड मिला है। इस उपलब्धि की जानकारी हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की अध्यक्ष केशनी आनंद अरोड़ा ने दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में बनी नीतियों से उन्होंने यह अवार्ड हासिल किया है।
केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि हम महज इससे ही संतोष करने वाले नहीं है, भविष्य में जल संरक्षण के लिए और बेहतर कदम उठाए जाएंगे। केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि इस क्षेत्र में तदर्थ निर्णय लेने के बजाय समग्र दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण जल संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल मार्गदर्शन में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राज्य में बेहतर भूजल प्रशासन पर जोर दे रहे हैं और प्राधिकरण इस संबंध में व्यवस्थित योजना पर काम कर रहा है।
केशनी आनंद ने कहा कि घटते भूजल की समस्या से निपटने के लिए सहभागी सामुदायिक दृष्टिकोण के साथ विभिन्न विभागों को शामिल करते हुए एक बहु-विषयक दृष्टिकोण अपनाने पर जोर दिया गया है। केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि घटता भूजल एक आपात स्थिति है और इसे किसी भी कीमत पर संभालना होगा। राज्य में रणनीतिक रूप से अटल भूजल योजना की योजना बनाई है।
केशनी आनंद ने कहा कि उनके समक्ष दो बड़ी चुनौतियां हैं, पहली अंबाला कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, फतेहाबाद और महेंद्रगढ़ के क्षेत्रों में पानी की कमी और दूसरी राज्य भर में जलभराव की समस्या। उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि घग्गर क्षेत्र भी वर्तमान में पानी की कमी का सामना कर रहा है। भूजल की कमी को रोकने के लिए अपनाई जा सकने वाली रणनीतियों में उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिंचाई को लागू करना, मेरा पानी-मेरी विरासत, रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग और निष्क्रिय कुओं के माध्यम से रिचार्जिंग जैसी योजनाओं के माध्यम से पानी की कम खपत करने वाली गतिविधियों को चलाना शामिल है।
केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि गुरुग्राम में भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने व वेस्ट वाटर के प्रबंधन के लिए अच्छे एक्शन प्लान को बेहतर तरीक़े से क्रियान्वित करने की जरूरत है, तभी सुखद परिणाम सामने आएंगे। अरोड़ा ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए गुरुग्राम शहर में वेस्ट वाटर का सदुपयोग करने की दिशा में गंभीरता से प्रयास किये जाने की आवश्यकता है।