एक साथ तीन जंगली जानवरों की मौत, नशीली वस्तु के सेवन करवाने की आशंका

punjabkesari.in Wednesday, Feb 03, 2021 - 12:43 PM (IST)

सोहना (सतीश राघव): सोहना नगर परिषद के अधीन आने वाले गांव साँप में दो लक्कड़ बग्गो व एक चीते का शव मिला है। विभाग के अधिकारी इन तीनों जंगली जानवरों की मौत को उनकी उम्र पूरी हो जाना मान रही है लेकिन एक साथ तीन जंगली जानवरों की मौत होना व शव एक साथ ही मिलना संदिग्ध लग रहा है, वहीं वन विभाग के अधिकारियों का इन जंगली जानवरों की मौत के मामले में यह भी कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का खुलासा हो पायेगा।

कैसे मिली वन विभाग को जानकारी
नगर परिषद के गांव साप की नगली के लोग रोजाना की तरह आज भी सुबह की सैर करने के लिए गए थे लेकिन जब वो लोग वहां से गुजर रहे थे तो उनको किसी जानवर के सड़ने की बदबू आई जिसके बाद उक्त ग्रामीणों ने वहां पर जाकर देखा तो एक चिता व दो लक्कड़ बग्गा के शव वहां पर पड़े हुए थे जिनके बाद ग्रामीणों ने उक्त जानवरो की मौत की सूचना वन विभाग को दी सूचना पाकर मौके पर पहुचे वन रक्षक लक्ष्मण सिंह व वन दरोगा रसीद अहमद ने तीनों शवो को कब्जे में लेकर वन्य प्राणी वार्डन के अधिकारियों को सूचित किया व शव उनके हवाले कर दिया अगर शवो को कब्जे लेने वाले वन विभाग के कर्मियों की माने तो तीनों शव करीब तीन चार दिन पुराने थे जिनसे बदबू आ रही थी।

क्या कहना है वन विभाग के अधिकारियों का
तीनो जंगली जानवरों की मौत मामले को लेकर मुख्य वन संरक्षक महेंद्र सिंह मालिक का कहना है कि सूचना के बाद तीनो जंगली जानवरों के शवो को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा दिया गया है वही बिसरा रिपोर्ट को जांच के लिए बरेली भेज दिया गया है कल बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही जानवरो की मौत का खुलासा हो पायेगा वही दोनो लक्कड़ बग्गाओ की उम्र करीब 10-10 साल है जो दोनो ही पुलिंग है वही चीता की उम्र करीब ढाई साल है जो फीमेल है।

  क्या कहना वार्ड पार्षद व समाज सेवी संस्था का
जंगली जानवरों की मौत मामले को लेकर वार्ड पार्षद पति बलबीर सिंह गबदा व पर्यावरण पर काम करने वाली संस्था उन्नति चेरिटेबल ट्रस्ट की चेयरपर्सन बबिता यादव ने वन विभाग व एनजीटी की टीम पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि अरावली पहाड़ी को माननीय सर्वोच्च न्यालय द्वारा वन क्षेत्र घोषित किया हुआ लेकिन बड़े बड़े रहीशज़ादे जिनमे अधिकारीयो से लेकर बिजनेसमैन व मंत्री तक शामिल है जिन्होंने अवैध रूप से  अरावली की पहाड़ी का चीर हरण कर बहुत आलीशान बगला व फार्म हाउस बनाये हुए है जिनको जंगली जानवरों का शिकार करने का भी शौक है वही उक्त लोगो ने आशंका जाहिर करते हुए कहा है कि इन जंगली जानवरों को किसी नाशीली वस्तु का सेवन कराया गया है ताकि इनको पकड़ कर इनका शिकार किया जा सके लेकिन नशीली वस्तु का सेवन करने के बाद उक्त जंगली जानवर वहां से भाग कर पहाड़ी की तलहटी में आने के बेहोश होकर गिर गए होंगे जिसके बाद तीनो की मौत हुई होगी। लेकिन यह मात्र एक अनुमान है जिन्होंने अपनी प्रतिकिर्या हमारे साथ साझा की है जंगली जानवरों की मौत का असली खुलासा तो पोस्टमार्टम रिपार्ट आने के बाद ही हो पायेगा।


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Isha

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