रुपयों के विवाद में कैमिस्ट ने की थी युवती की हत्या, सूटकेस में शव को जंगल में फेंका
punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 03:06 PM (IST)

गुड़गांव,(ब्यूरो): सूटकेस में बंद मिले युवती के शव की गुत्थी को गुड़गांव पुलिस ने सुलझा लिया है। मामले में पुलिस ने न केवल युवती की पहचान की है बल्कि युवती की हत्या कर शव को ठिकाने लगाने वाले दो युवकों को भी काबू कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में से मुख्य आरोपी कैमिस्ट है जबकि उसका साथी निजी ड्राइवर है। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। आरोपियों ने गला दबाकर युवती की हत्या करने की बात प्रारंभिक तौर पर कबूल की है।
गुरुग्राम की ताजा खबरों के लिए लिंक https://www.facebook.com/KesariGurugram पर टच करें।
पुलिस प्रवक्ता एएसआई संदीप की मानें तो 3 मई को एक एक व्यक्ति ने सूटकेस में युवती का शव पड़े होने की सूचना दी थी। युवती की पहचान नहीं हो पाई थी जिसके कारण इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर मिली लीड के बाद सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के आसपास लोगों से पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज खंगाली जिसके बाद पुलिस ने मृतका की पहचान मूल रूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाली 33 वर्षीय प्रवीण उर्फ रिया के रूप में हुई जो नाथूपुर में रहती थी।
मामले में जांच करते हुए अपराध शाखा सेक्टर-40 अपराध शाखा ने उत्तर प्रदेश के रहने वाले दिनेश कुमार व उत्तराखंड के रहने वाले विप्लव विश्वास को काबू कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि दोनों ही सिकंदरपुर में किराए पर रहते हैं। दिनेश कैमिस्ट शॉप पर काम करता है जबकि विप्लव निजी ड्राइवर है। मामले में आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि 2 मई की रात करीब दो बजे आरोपी दिनेश महिला को साथ लेकर सिकंदरपुर में अपने किराए के कमरे पर गया था।
रात को आरोपी दिनेश और मृतका रिया ने शराब का सेवन किया। इस दौरान दोनों के बीच रुपयों के लेनदेन के विवाद में झगड़ा हो गया जिसके बाद दिनेश ने रिया की गला, मुंह दबाकर हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाने के लिए वह सुबह एक सूटकेस लाया और अपनी मदद के लिए विप्लव को बुला लिया। उसके बाद विप्लव के साथ देर रात को शव को सूटकेस में बंद कर जंगल में फेंक दिया। फिलहाल पुलिस आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर ले रही है। आरोपियों से पूछताछ में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।