दहेज की मांग से परेशान पिता ने की आत्महत्या, बेटी के ब्याह के कार्ड पर लिखा सुसाइड नोट

punjabkesari.in Tuesday, Nov 24, 2020 - 03:33 PM (IST)

रेवाड़ी(महेंद्र भारती): रेवाड़ी के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपनी बेटी के शादी के ब्याह के कार्ड पर सुसाइड नोट लिख अपनी बहन के घर राजस्थान में आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का कारण लड़का पक्ष की तरफ से दहेज में 30 लाख रुपए की मांग करना था। राजस्थान खुशखेड़ा थाना पुलिस ने आरोपित लड़का पक्ष के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

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गांव पालड़ा निवासी ट्रांसपोर्ट का काम करने कैलाश तंवर ने अपनी बेटी की शादी गुरुग्राम के गांव कासन निवासी सुनील कुमार के बेटे रवि के साथ तय की थी। इसके साथ ही बेटे का रिश्ता राजस्थान के दौसा में तय किया हुआ है। 25 नवंबर को बेटी की शादी होनी तय की गई थी तथा बेटे का लगन समारोह था। सोमवार को बेटी का लग्न लेकर गांव कासन जाना था तथा एक दिसंबर को बेटे की शादी होनी थी। आरोप है कि लगन से पहले गांव कासन निवासी वर पक्ष ने बिचौलिए के जरिए दहेज में 30 लाख रुपए का सामान लेकर आने की मांग रख दी। 19 नवंबर को कैलाश अलवर जिले के गांव बूढी बावल निवासी अपने बहनोई चेतराम व भांजे को साथ लेकर वर पक्ष के घर गए तथा उन्हें बताया कि वह 30 लाख का सामान नहीं दे सकते।

आरोप है कि वर पक्ष ने चेतावनी दी कि यदि 30 लाख के दहेज की व्यवस्था न हो तो लग्न लेकर मत आना। इसके बाद कैलाश तंवर बेटी की शादी को लेकर तनाव में आ गए। वह अपने बहनोई के साथ ही उनके घर राजस्थान के गांव बूढी बावल चले गए तथा वहीं पर 19 नवंबर को ही फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।
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ये लिखा सुसाइड नोट में
कैलाश की आत्महत्या की कहानी के बीच एक सुसाइड नोट भी मिला। यह सुसाइड नोट किसी कागज पर नहीं बल्कि बेटी के ब्याह के कार्ड पर लिखा गया था, जिसमें कैलाश ने लिखा कि "मैंने लड़की का रिश्ता कासन निवासी सुनील कुमार के बेटे रवि से कर रखा था। मैंने सभी तैयारियां कर रखी है। मैं अपनी हैसियत के हिसाब से 13 से 15 लाख रुपए लगाने को तैयार था, लेकिन सुनील, गांव अलियर निवासी पूर्व सरपंच मामचंद और विनयपाल व मंजू देवी बार-बार दहेज के लिए परेशान कर रहे है। मैं इतना खर्च नहीं कर सकता। मैं समाज में इज्जत बचाने के लिए कासन में गया, लेकिन उन लोगों ने रिश्ते के लिए मना कर दिया। मैं अब समाज में जिंदा नहीं रह सकता। मेरी मौत के जिम्मेदार सुनील कुमार, मामचंद, विनय व मंजू है। मेरी मुख्यमंत्री हरियाणा व प्रमुख बुद्धिजीवियों से विनती है कि इस प्रकार के लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएं। कृपया मेरा आखिरी प्रणाम। मोदी जी, मनोहर लाल जी, अशोक गहलोत जी व भंवर जितेंद्र सिंह जी मेरी आखिरी राम-राम"।


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Isha

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