बहादुरगढ़ की बेटी हिमानी ने छुआ आसमान, फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर चयन

punjabkesari.in Monday, Jun 11, 2018 - 09:36 AM (IST)

बहादुरगढ़(प्रवीण धनखड़): प्रदेश की बेटियां बेटों से कम नहीं हैं। हरियाणा के लाडले सैनिक देश सेवा के लिए बार्डर पर अपनी जान देने से भी पीछे नहीं नहीं हटते। वहीं प्रदेश की लाडली बेटियां अब सिर्फ बेटों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर ही नहीं चल रही बल्कि अब तो बेटियां आसमान छूने को तैयार हैं। बहादुरगढ़ की रहने वाली हिमानी मान का चयन भारतीय वायु सेना में फिलाइंग अॉफिसर के पद के लिए किया गया है। हिमानी की इस उपलब्धि पर परिवार में खुशी का माहौल है। बेटी की खुशी पर कॉलोनीवासियों और सगे सम्बन्धियों ने मिठाई खिलाकर बेटी के उज्जवल भविष्य की कामना की। 
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शहर के नेहरू पार्क निवासी हिमानी मान महज 23 साल की हैं और दूसरी बार में उसने वायुसेना में बतौर फ्लाइंग अॉफिसर के पद के लिए टेस्ट पास किया है। हिमानी के पिता रामप्रकाश मान नौसेना से रिटायर्ड अफसर है। उनकी माता गांव छारा में पीएचसी में एएनएम के पद पर तैनात हैं। हिमानी के बडे भाई मर्चेंट नेवी में ऑफिसर है। 
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हिमानी का कहना है कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे इतने अच्छे मां-बाप मिले जिन्होंने कभी भी बेटा-बेटी में अंतर नहीं किया। आज मैं आसमान छूने जा रही हूं उसका श्रेय मेरे माता-पिता को ही जाता है। हिमानी बचपन से ही सेना में रहकर देश की सेवा करना चाहती थी। हिमानी ने कहा कि मैं भी कई बार असफल हुई हूं लेकिन आज असफलता का लेबल लगाकर बच्चों का मनोबल तोड़ दिया जाता है। लेकिन मेरा मानना है कि हमेशा असफलता से ऊपर उठकर अपनी मेहनत के दम पर अपने सपनों को साकार किया जा सकता है। 
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हिमानी की मां जसवंती देवी अपनी बेटी की उपलब्धि से बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि एसएसबी में हिमानी ने दूसरे प्रयास में इस परीक्षा को उत्तीर्ण किया है। आज बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं हैं और हिमानी की मेहनत और लगन ने इसे प्रमाणित भी कर दिया है। जसवंती ने कहा कि मैंने कभी भी बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं माना। उन्होंने कहा कि बेटियां दो कुलों की शान बढ़ाने का काम करती हैं। 

हिमानी ने बहादुरगढ़ के सेंट थॉमस स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की। उसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई और मास्टर डिग्री अमेटी यूनिवर्सिटी से की। हिमानी ने अमेटी यूनिवर्सिटी में कुछ समय तक लेक्चरार के पद पर भी काम किया। वायु सेना में जाने के सपने को साकार करने के लिए 2017 में उन्होंने जॉब छोड़कर इंदौर से एसएसबी की कोचिंग शुरू की और अब हिमानी अपने सपने को पूरा कर आसमान छूने को तैयार है।
 


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Nisha Bhardwaj

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